पटना: जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. इसका उद्घाटन रविवार को किया जाएगा. विपक्षी पार्टियों ने कार्यक्रम के बहिष्कार की बात कही है. इस बीच ललन सिंह का भी बयान सामने आया है. उन्होंने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं किए जाने को लेकर हमला बोला है. इतना ही नहीं उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी को देश के आदिवासी समुदाय के लोगों से क्षमा मांगने की बात भी कही है. 


नए संसद के उद्घाटन को लेकर ललन सिंह ने क्या कहा?


ललन सिंह ने शनिवार को पटना में कहा ''प्रधानमंत्री को इस देश के आदिवासी समुदाय के लोगों, दलित समुदाय के लोगों और देश की महिला से क्षमा मांगनी चाहिए. जब उन्होंने दलित समुदाय की महिला को राष्ट्रपति बनाया था तब तो वे अपनी पीठ थपथपा रहे थे लेकिन उद्घाटन की बात आई तो उन्हें (राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू) इससे वंचित कर दिया. प्रधानमंत्री देश के इतिहास को समाप्त करके अपने नाम करना चाहते हैं.''



उन्होंने कहा कि हमारे पार्टी के नेता नीतीश कुमार आदिवासी वर्ग, दलित वर्ग और महिला वर्ग का सम्मान करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री देश के इतिहास को समाप्त करके उसे अपने नाम करना चाहते हैं.


सामने आया बिहार के सीएम नीतीश कुमार का बयान


नए संसद भवन को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार का बयान सामने आया है. उन्होंने इसे लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही उन्होंने पूछा है कि इतिहास बदलने की जगह क्या वे इतिहास भुला देंगे. 


सीएम नीतीश ने शनिवार को कहा- ''नई संसद की क्या जरूरत थी? पहले की इमारत एक ऐतिहासिक थी, मैंने बार-बार कहा है कि सत्ता में बैठे लोग इस देश के इतिहास को बदल देंगे. नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने का कोई मतलब नहीं.''  


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