ललन सिंह ने तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- बिल में घुसकर करते हैं बयानबाजी, RJD ने किया पलटवार
बिहार में लॉकडाउन लगाने की मांग करने वाले नेताओं पर हमला बोलते हुए ललन सिंह ने कहा, " ऐसे लोग अखबारी नेता हैं, जो सिर्फ बैठे-बैठे ज्ञान देते रहते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना के मामलों की रोज समीक्षा करते हैं. अगर राज्य में लॉकडाउन की जरूरत होगी, तो सीएम खुद फैसला ले लेंगे."
पटना: कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच सूबे की राजनीतिक गलियारों में वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है. एक तरफ जहां विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर है. वहीं, दूसरी तरह सत्ताधारी दल के नेता भी विपक्ष के हर वार पर पलटवार कर रहे हैं. इसी क्रम में गुरुवार को जेडीयू नेता और सांसद ललन सिंह ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है.
बिल में घुसकर बयानबाजी करते हैं नेता प्रतिपक्ष
ललन सिंह ने कहा, " जब भी बिहार पर संकट आता है, तो तेजस्वी बिल में घुस जाते हैं. इतिहास गवाह रहा है, तेजस्वी ने कभी जनता के बीच में रहकर उनकी सेवा नहीं की. नेता प्रतिपक्ष बिल में घुसकर सिर्फ बयानबाजी करते रहते हैं. तेजस्वी कोई ज्ञानी पुरुष नहीं है. हाई स्कूल में एडमिशन भी नहीं हुआ. ऐसे में उनके बयान पर किसी तरह का नोटिस लेने की जरूरत नहीं है."
अखबारी नेता कर रहे लॉकडाउन की मांग
बिहार में लॉकडाउन लगाने की मांग करने वाले नेताओं पर हमला बोलते हुए ललन सिंह ने कहा, " ऐसे लोग अखबारी नेता हैं, जो सिर्फ बैठे-बैठे ज्ञान देते रहते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना के मामलों की रोज समीक्षा करते हैं. अगर राज्य में लॉकडाउन की जरूरत होगी, तो सीएम खुद फैसला ले लेंगे. बयानबाजी करने वाले नेताओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रुख को जान लेना चाहिए."
पहले खुद बिल से बाहर आएं ललन सिंह
इधर, जेडीयू नेता के बयान पर आरजेडी ने पलटवार किया है. आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि सांसद ललन सिंह जब खुद बिल में से झांकेगें तो उन्हें सबकुछ बिल में ही दिखाई देगा और जब बिल से बाहर निकल कर देखेंगे तो उन्हें हर ओर तेजस्वी ही तेजस्वी नजर आएंगे. हालांकि, एनडीए के अधिकांश नेताओं को तो सपने में भी तेजस्वी ही दिखाई देते हैं. इसलिए ललन सिंह खुद भी बिल से बाहर निकलें और मुख्यमंत्री सहित राज्य और केन्द्र सरकार के मंत्रियों सहित सभी सांसदों को बिल से बाहर निकालें तो निश्चित रूप से बिहार की बदहाल स्थिति में बदलाव देखने को मिलेगा.
आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक ज्ञान की बात है, तो एनडीए में एक से एक डीग्रीधारी भरे हुए हैं पर उनका ज्ञान कहां चला जाता है जब बिहार की बर्बादी और तबाही के बाद ही उन्हें स्थिति की समझ हो पाती है या तेजस्वी यादव द्वारा स्थिति की भयावहता की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया जाता है. ऐसे डिग्री का क्या अर्थ जिसे ज्ञान ही नहीं हो.
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