पटना: गांधी मैदान में बीते रविवार (03 मार्च) को महागठबंधन की जन विश्वास महारैली हुई. इसमें लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के अलावा राहुल गांधी (Rahul Gandhi), अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav), डी राजा, सीताराम येचुरी और दीपांकर भट्टाचार्य जैसे बड़े नेता शामिल हुए. पूरी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निशाने पर रहे. लालू यादव ने मंच से बड़ा खुलासा करते हुए राजभवन का सिक्रेट बताया.


लालू ने नीतीश कुमार के बारे में भरे मंच से खुलासा किया कि कैसे वो महागठबंधन सरकार से अलग हुए. लालू ने कहा कि तेजस्वी को तो पता चल गया था कि राजभवन से राज्यपाल ने नीतीश कुमार की पीएम मोदी से बात करवाई है. वहां समय देकर बात कर ली थी.


फिर लालू ने कहा कि सरकार में कोई गलत काम नहीं हुआ था कि नीतीश कुमार चले गए. पता नहीं इनको क्या लगा. इस दौरान लालू ने कहा कि हम लोग ठीक बोलते थे कि लागल-लागल झुलनिया में धक्का बलम कलकत्ता चलो... इसके बाद लालू ने मंच पर मुस्कुराते हुए भोजपुरी भाषा में कहा, "फेर एने लौट के आवे के कोशीश करीहें त इहां से बढ़िया से धक्का मिली फेरो."


'...लेकिन ठेंगा दिखा दिया'


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी लालू ने तंज कसा. कहा, "नरेंद्र मोदी ने कहा था कि खाता खुलवाओ. सबके खाते में 15 लाख आएंगे. आप लोग भी खाता खुलवाए थे कि कुछ आएगा. हमारी सात बेटी, दो बेटा, खुद पति-पत्नी सबका खाता हमने खुलवा दिया. सोचा था कि करोड़ों रुपये आ जाएंगे, लेकिन ठेंगा दिखा दिया."


'इस बार इनको हटा देंगे…'


आगे आरजेडी सुप्रीमो लालू ने कहा कि अखिलेश यादव, राहुल गांधी, हेमंत सोरेन हम सभी लोग गोलबंद हैं. इस बार इनको (बीजेपी) हटा देंगे. इसके बाद लालू ने कहा कि अब क्या बोलें... तो पीछे से तेजस्वी यादव ने कहा कि दिल्ली के बारे में बोलिए. इस पर लालू ने कहा कि हां यह तो मैं भूल गया था. जोशीले अंदाज में कहा, "दिल्ली पर कब्जा करना है. आप लोग तैयार हैं ना? भीड़ से आवाज आई हां. इस पर लालू ने हाथ उठाया और कहा कि सब लोग खड़ा होकर हाथ उठाइए. तब तक उठाते रहिए जब तक नरेंद्र मोदी देख न ले."


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