Bihar News: बिहार के सियासी गलियारों में अक्सर मकर संक्रांति के वक्त सबकी नजरें टिकी होती हैं कि कहीं कुछ खेला तो नहीं होने वाला है. मंगलवार (14 जनवरी, 2025) को राबड़ी आवास पर लालू यादव (Lalu Yadav) दही-चूड़ा भोज करने वाले हैं और ऐसे में एक बार फिर से सियासत शुरू हो गई है. मकर संक्रांति के मौके पर बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है.


दरअसल सभी राजनीतिक दल अब दही-चूड़ा भोज का आयोजन कर रहे हैं. सोमवार (13 जनवरी, 2025) से इसकी शुरुआत बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कर दी. 15 जनवरी को पशुपति पारस के आवास कौटिल्य नगर में मकर संक्रांति पर भोजा होगा. इससे पहले 14 जनवरी को राबड़ी आवास पर भोज होना है. सवाल है कि इसमें किसे-किसे निमंत्रण दिया गया है? क्या सीएम नीतीश कुमार भी जाने वाले हैं?


लालू के भोज में सिर्फ शामिल होंगे पार्टी के नेता


सूत्रों की मानें तो लालू यादव के दही-चूड़ा भोज में सिर्फ पार्टी के नेता ही शामिल होंगे. कई तरह के कयास जरूर लगाए जा रहे थे, लेकिन आरजेडी के एक नेता ने बताया कि यह भोज सिर्फ पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी के लिए रखा गया है. 


लालू यादव के एक बयान से तेज हो गई थी चर्चा


बता दें कि पिछले साल नीतीश कुमार आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के यहां मकर संक्रांति पर भोज में गए थे. इस बीच कुछ दिनों पहले ही लालू यादव ने अपने एक बयान में यह कह दिया कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खुला है. इस ऑफर के बाद से कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि क्या मकर संक्रांति के बाद बिहार में फिर से नीतीश कुमार पलटी मारेंगे? भले तेजस्वी यादव ने दरवाजा बंद कर दिया था लेकिन लालू के बयान से चर्चा जरूर शुरू हो गई थी.


उधर पशुपति पारस की ओर से आयोजित होने वाले भोज में चिराग पासवान को निमंत्रण नहीं दिया गया है. पारस के आवास पर इस भोज का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब एनडीए में चिराग की वापसी के साथ ही उनको एक तरह से किनारे लगा दिया गया है. पारस के भोज में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है.


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