पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ देश के कई विपक्षी दल एकजुट हैं. विपक्षी एकता की दो बैठक हो चुकी है और तीसरी बैठक मुंबई में होनी है लेकिन उससे पहले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने चौंकाने वाली बात कही है. मंगलवार (1 अगस्त) को दिल्ली रवाना होने से पहले पटना एयरपोर्ट पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि विपक्षी एकता की बैठक मुंबई में होगी और उसमें हम लोग जाएंगे, लेकिन बैठक से पहले दिल्ली में हम सभी नेताओं से मिलेंगे. कुछ बातें करनी है इसलिए आज दिल्ली जा रहे हैं.
इस दौरान उनके साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी थे. बताते चलें कि विपक्षी एकता की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी. बैठक के तुरंत बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल निकल गए थे. उस समय यह चर्चा बनी थी कि अरविंद केजरीवाल नाराज चल रहे हैं. वहीं दूसरी बैठक 18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी. इसमें विपक्षी एकता की मुहिम की नींव देने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संवाददाता सम्मेलन में भाग नहीं लिए और तुरंत वहां से निकल दिए थे. यह मामला भी काफी चर्चा में रहा और कयास लगते रहे कि नीतीश कुमार नाराज चल रहे हैं.
पटना हाईकोर्ट के फैसले पर क्या बोले लालू?
वहीं दूसरी ओर मंगलवार को पटना हाईकोर्ट ने जाति आधारित गणना पर फैसला सुनाया. कहा कि बिहार में जाति गणना होगी. इस पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि यह गरीब और निचले तबके के लोगों के लिए खुशी की बात है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पहल पर जातीय गणना हो रही थी, लेकिन बीजेपी के लोगों ने बीच में कोर्ट का सहारा लिया लेकिन हाईकोर्ट ने अब हरी झंडी दे दी है. वहीं तेजस्वी यादव ने भी हाईकोर्ट के फैसले को जनता के हित का फैसला बताया.
आरजेडी सूत्रों के मुताबिक लैंड फॉर जॉब मामले में अदालत में सात अगस्त को होने वाली सुनवाई के लिए लालू और तेजस्वी दिल्ली गए हैं. बता दें कि हाल ही में ईडी ने इस केस में लालू परिवार की करीब छह करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है.
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