पटना: 22 जनवरी को अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसको लेकर बीजेपी सहित एनडीए के सभी नेता खुश नजर आ रहे हैं तो विपक्ष की नाराजगी भी खुलकर सामने आ रही है. कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बाद बाद अब बुधवार (17 जनवरी) को पत्रकारों से बातचीत में आरजेडी  सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने कैमरे पर कह दिया कि वो राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे.


इससे पहले आरजेडी के कई नेता राम मंदिर और बीजेपी के विरोध में बयानबाजी करते रहे हैं. लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने तो इतना तक कह दिया है कि उनके सपने में राम आए थे. उन्होंने सपने में कहा था कि यह सब ढोंग कर रहा है. हम उस दिन 22 जनवरी को नहीं आएंगे. चार शंकराचार्य को भी सपने में राम जी आए हैं.


मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा है?


बता दें कि कांग्रेस के नेता पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह राम मंदिर के कार्यक्रम में अयोध्या नहीं जाएंगे. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीधे तौर पर यह कह दिया है कि उन्हें जो निमंत्रण दिया गया वो पर्सनल है. इसके बारे में वह बाद में कहेंगे. यह भी कहा कि आस्था रखने वाले लोग आज भी जा सकते हैं, कल या परसों भी जा सकते हैं. बीजेपी की साजिश है और वो इसे मुद्दा बना रही है. हमारा मकसद किसी धर्म को दुख पहुंचाना नहीं है


आरजेडी के कई नेता दे चुके हैं विवादित बयान


राम मंदिर को लेकर आरजेडी के कई नेताओं का विवादित बयान सामने आ चुका है. आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह की कही गई बातों का शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर समर्थन तक कर चुके हैं. अब लालू प्रसाद यादव ने भी खुलकर कह दिया है कि वह राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या नहीं जाएंगे.


हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या उनकी पार्टी जेडीयू के किसी नेता द्वारा राम मंदिर को लेकर विरोध में बयानबाजी नहीं की गई है. जेडीयू के कई नेता और मंत्री ने राम मंदिर के समर्थन में बयान दिया है और बीच-बीच में आरजेडी नेताओं की ओर से की गई टिप्पणी का विरोध भी करते रहे हैं.


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