Land For Job Scam: तेजस्वी यादव से ईडी की पूछताछ खत्म, आठ घंटे सवालों का किया सामना
Tejashwi Yadav News: जमीन के बदले नौकरी मामला तब का है जब लालू यादव रेल मंत्री थे. आरोप है कि लालू यादव ने नियुक्ति पाने वाले युवकों के परिजनों से लाखों की जमीन कौड़ियों के दाम खरीदी थी.
तेजस्वी यादव से ईडी की पूछताछ खत्म हो गई है. उनसे आठ घंटे तक ईडी ने सवाल जवाब किए. अब वो ईडी दफ्तर से बाहर निकल रहे हैं. मंगलवार को 11 बजकर 45 मिनट से पूछताछ चल रही थी.
लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से ईडी की पूछताछ पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, "ईडी की कार्रवाई वहीं होती है जो लोग गरीबों की कमाई को लूट लेते हैं भ्रष्टाचार करने वाले लोग जब उसे शिष्टाचार बना लेते हैं.....नौकरी के नाम पर गरीबों का जमीन अपने नाम पर लेना बहुत बड़ा अपराध है....बीजेपी का इससे कोई लेना देना नहीं है. मैं लालू यादव को बताना चाहता हूं कि जब चारा घोटाला हुआ था उस समय सीबीआई को केस सौंपा गया था तब कांग्रेस की सरकार थी..."
आरजेडी सांसद और तेजस्वी यादव की बहन मीसा भारती ने कहा, "पूछताछ (तेजस्वी यादव से) जारी है, हमें अंदर (ईडी कार्यालय) से कोई जानकारी नहीं मिल रही है...आरजेडी परिवार, उनके समर्थक और बिहार के लोग लालू जी के लिए बहुत चिंतित थे। वह बूढ़े और बीमार हैं, उन्हें 10 घंटे तक कार्यालय में बैठाया गया। यह सही नहीं था...मुझे नहीं लगता कि पीएम दबाव में हैं, वह डरे हुए हैं और 2024 के चुनावों को लेकर बहुत आश्वस्त नहीं हैं क्योंकि उन्होंने कोई विकास कार्य नहीं किया है। इसलिए एजेंसियों की मदद से सभी विपक्षी नेताओं को डराने की कोशिश की जा रही है...आप देख सकते हैं कि हमारे पड़ोसी राज्य झारखंड में क्या हो रहा है...मुझे संदेह है कि केंद्र सरकार झारखंड में भी वही खेल खेल रही है जो वह बिहार में खेल रही है."
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से करीब सात घंटे से ईडी की पूछताछ चल रही है.
जमीन के बदले नौकरी के मामले में ईडी पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछताछ कर रही है. ऐसे में अपने भाई को मुसीबत में देख तेज प्रताप यादव भी ईडी ऑफिस के बाहर बैठे हुए हैं. साथ में आरजेडी सांसद मनोज झा भी मौजूद हैं. तेजस्वी यादव से मिलने के लिए मीसा भारती ईडी दफ्तर पहुंचीं. हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने मिलने से रोका है. तेजस्वी से पूछताछ जारी है.
पिछले 3 घंटे से तेजस्वी यादव से लैंड फॉर जॉब मामले में ईडी दफ्तर में पूछताछ चल रही है. बहन और सांसद मीसा भारती आज भी पहुंची हैं. कल लालू यादव से पूछताछ के दौरान भी पहुंची थीं. ईडी दफ्तर के ठीक सामने शक्ति धाम मंदिर परिसर में वह आरजेडी नेताओं के साथ बैठी हैं.
तेजस्वी यादव से हो रही पूछताछ के बीच लगातार प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं. इससे पहले सोमवार को लालू से 9 घंटे से अधिक देरी तक पूछताछ हुई थी. आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह ने कहा है कि जिस व्यक्ति की उम्र 76 वर्ष हो गई हो, किडनी का प्रत्यारोपण हुआ हो, उस व्यक्ति को इतनी देर बैठाना इसका मतलब समझा जा सकता है.
जीतन राम मांझी ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए लालू पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा, "का जी का चाहते हैं आप? नौकरी देकर जमीन लिखवा लीजिए कुछ ना हो? सेना की जमीन बेच दीजिए कुछ ना हो? सैकड़ों करोड़ रुपया घर में रखिए कुछ ना हो? भाई ऐसा है ई "मोदी राज" है, जनता का पैसा खाइएगा तो हवालात की हवा भी खानी पड़ेगी. जस करनी तस भोग."
तेजस्वी यादव से एक तरफ ईडी आज पूछताछ कर रही है तो दूसरी ओर उनकी बहन रोहिणी आचार्य न कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा, "हार का डर सता रहा है भाजपा को, इसलिए ईडी के बल पर, डरा रहा है तेजस्वी को.. #तेजस्वी_नहीं_झुकेगा."
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जमीन के बदले नौकरी के मामले में लालू परिवार पर हमला बोला है. सम्राट ने कहा कि 1997 में किसकी सरकार थी? लालू यादव मुख्यमंत्री रहे तो उस समय चारा खा गए. जब रेल मंत्री हुए तो बच्चों की नौकरी खा गए. इसकी जांच तो होगी न? पटना के महुआ बाग में चले जाइए जमीन भी दिख जाएगी. पटना समेत बिहार के हजारों बच्चे हैं जिनकी जमीन को लालू प्रसाद यादव ने लिखवा लिया.
नौकरी के बदले जमीन के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट को इसकी जानकारी दी गई है कि वह फरवरी 2024 के अंत तक एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करेगी.
ईडी दफ्तर पहुंचते ही आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी यादव के समर्थन में नारा लगाना शुरू कर दिया. कहने लगे 'बिहार का सीएम कैसा हो तेजस्वी यादव जैसा हो'. काफी मशक्कत के बाद ईडी दफ्तर के अंदर तेजस्वी यादव जा सके.
तेजस्वी यादव ईडी कार्यालय पहुंच गए हैं. कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं की काफी संख्या में भीड़ है. मीडिया से बिना बातचीत किए और बयान दिए तेजस्वी यादव सीधे ईडी कार्यालय के अंदर चले गए.
तेजस्वी यादव राबड़ी आवास से निकल गए हैं. गांधी मैदान के पास ईडी कार्यालय है. कुछ ही देर में तेजस्वी यादव ईडी दफ्तर पहुंच जाएंगे.
तेजस्वी यादव से पूछताछ को लेकर उनके समर्थक ईडी दफ्तर के बाहर जुटने लगे हैं. साथ में आरजेडी के कई बड़े नेता भी हैं. कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा है.
आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह ने बीजेपी पर खुल्लम खुल्ला एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि जनता सब जानती है. लालू प्रसाद को डॉक्टर ने एक घंटा बैठने के लिए भी नहीं कहा है, उन्हें दिन भर बैठाकर पूछताछ की गई. आज तेजस्वी यादव से पूछताछ की जानी है. क्या तेजस्वी यादव रेल मंत्री थे? उस वक्त उनको मूछ आई थी? किस तरह का खेल बीजेपी खेल रही है?
जमीन के बदले नौकरी घोटाला के मामले में आज ईडी तेजस्वी यादव से कई सवाल पूछेगी. इससे पहले सोमवार को लालू यादव से ईडी ने करीब 60 सवाल पूछे हैं. सूत्रों के अनुसार लालू कई सवालों को यह कहकर टाल गए कि उन्हें याद नहीं. कुछ सवालों का सहजता से जवाब दिया.
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, "हमें लगा था कि राम मंदिर के बाद इनका मन ठंडा हो जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपने अंदर के राम को नाथूराम वाला राम बना दिया, बापू वाला हे राम नहीं. कल लालू यादव से और आज तेजस्वी यादव के साथ पूछताछ होगी. विपक्ष को तो मान लेना चाहिए कि उनको चुनाव भी लड़ना है और इन एजेंसियों से भी संघर्ष करना है. नतीजे अगर उलट आए न तो जो लोग आज ईडी, आईटी, सीबीआई से ये सब करवा रहे हैं सब के सब जद में आएंगे."
जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में तेजस्वी यादव को 11 बजे ईडी दफ्तर पहुंचना है. इससे पहले ईडी दफ्तर के बाहर सुरक्षा बढ़ाई दी गई. ईडी दफ्तर के बाहर सीआरपीएफ की टीम तैनात है.
बैकग्राउंड
पटना: नौकरी के बदले जमीन घोटाला (Land For Job Scam) के मामले में आज पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से पूछताछ होने वाली है. इससे पहले 22 दिसंबर और 5 जनवरी को ईडी ने तेजस्वी को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वे दोनों ही बार ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे. लैंड फॉर जॉब केस में ईडी ने 19 जनवरी को नोटिस भेजकर 30 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था.
लालू यादव से 9 घंटे से अधिक देर तक हुई थी पूछताछ
तेजस्वी यादव से पहले बीते सोमवार (29 जनवरी) को लालू यादव से ईडी ने 9 घंटे से अधिक देर तक पूछताछ की थी. नौ घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद वह रात आठ बजकर 50 मिनट पर अपने आवास के लिए रवाना हुए. इस दौरान ईडी दफ्तर के बाहर आरजेडी के कई नेता और कार्यकर्ता डटे रहे. मीसा भारती भी रहीं.
जमीन के बदले नौकरी मामला तब का है जब लालू यादव रेल मंत्री (2004-2009) थे. रेलवे के विभिन्न मंडलों के पदों पर ग्रुप डी की भर्ती निकली थी. आरोप के अनुसार, इस दौरान लालू यादव ने नियुक्ति पाने वाले युवकों के परिजनों से लाखों की जमीन कौड़ियों के दाम खरीदी थी.
मामले का खुलासा होने के बाद सबसे पहले सीबीआई ने 18 मई 2022 को लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आरोप है कि नियुक्ति किए गए उम्मीदवारों ने यादव परिवार के कुछ सदस्यों को अत्यधिक रियायती दरों पर जमीन बेची.
ईडी से पूछताछ को लेकर राजनीति शुरू
बिहार में सरकार बदलने के तुरंत बाद जमीन के बदले नौकरी घोटाला के मामले में ईडी की लालू परिवार से पूछताछ पर राजनीति भी शुरू हो गई है. आरजेडी की नेता सारिका पासवान ने कहा है कि ईडी मजाक का पात्र बन गया है. लालू यादव को डराने के लिए किया जा रहा है.
उधर बीजेपी नेता और बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि जो जैसा कर्म करेगा वैसा फल भोगेगा. राजनीत को सेवा भाव से करने वाले लोग कभी चिंतित नहीं होते. बेफिक्र होकर चैन की नींद में सोते हैं. जो अकूत संपत्ति बना लेता है वो चिंतित रहता है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -