पटना: जातीय गणना को लेकर मंगलवार (1 अगस्त) को आए पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) के फैसले के बाद अब सियासत शुरू हो गई है. एक तरफ जहां आरजेडी और जेडीयू के नेता कोर्ट के फैसले का स्वागत कर रहे हैं तो वहीं बीजेपी ने खुशी के मौके पर भी तर्क देते हुए हमला बोला है. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने कहा कि कल तक कोर्ट, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स पर महागठबंधन सवाल उठा रहा था, आज जाति आधारित गणना पर फैसला आया तो ये स्वागत योग्य बता रहे हैं. ये दोहरा चरित्र है.


विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं पर ये लोग प्रश्न चिह्न खड़ा करने लगते हैं. बिहार सरकार की नीयत में खोट है. जाति आधारित गणना ठीक से नहीं हो रही थी. खामियां थीं इसलिए पटना हाईकोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दी थी. बीजेपी तो चाहती ही है कि जाति आधारित गणना हो. जब बिहार में एनडीए की सरकार थी तब ही इस पर निर्णय हुआ था. हम लोगों ने समर्थन किया था.


विजय सिन्हा ने भी किया फैसले का स्वागत


आगे विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पटना हाईकोर्ट का जाति आधारित गणना पर बड़ा फैसला आया है. जातीय आधारित गणना से रोक हटा दी गई है. हम फैसले का स्वागत करते हैं.


तेजस्वी यादव ने क्या कहा?


हाईकोर्ट के फैसले के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा- "हमारी सरकार के जाति आधारित सर्वे से प्रामाणिक, विश्वसनीय और वैज्ञानिक आँकड़े प्राप्त होंगे. इससे अतिपिछड़े, पिछड़े तथा सभी वर्गों के गरीबों को सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा. जातीय गणना आर्थिक न्याय की दिशा में बहुत बड़ा क्रांतिकारी कदम होगा. "


लालू यादव ने क्या कहा?


आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि यह गरीब और निचले तबके के लोगों के लिए खुशी की बात है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पहल पर जातीय गणना हो रही थी, लेकिन बीजेपी के लोगों ने बीच में कोर्ट का सहारा लिया लेकिन हाईकोर्ट ने अब हरी झंडी दे दी है.


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