पटना: बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार (Bihar Cabinet Expansion) को लेकर कयासों का बाजार पूरी तरह गर्म है. हालांकि अभी तक औपचारिक एलान इस पर नहीं किया गया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे थे कि 24 जुलाई तक बिहार के मंत्रिमंडल में विस्तार हो सकता है, लेकिन कुछ नेताओं के बयानों की माने तो अगले दो से तीन दिनों में बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएंगे. इनमें आरजेडी (RJD) से दो और कांग्रेस (Congress) से दो मंत्रियों बनाने की बात तय हो चुकी है. नामों की चर्चा को लेकर अभी तक संशय बना हुआ है. किसी भी पार्टी के कोई नेता इस पर बोलने को तैयार नहीं हैं. बीते शनिवार की शाम को कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद (Shakeel Ahmed) खान तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के घर पर जाकर मुलाकात की थी. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दोनों में काफी देर तक चर्चा हुई हालांकि क्या बातें हुई? इसकी मीडिया में खुलासा नहीं किया गया है.


कौन हो सकते हैं कांग्रेस से मंत्री? 


कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता नाम ना छापने की शर्त पर जानकारी देते हुए बताया कि 2024 की लोकसभा चुनाव को देखते हुए बिहार कांग्रेस एक बार फिर अपना पुराना 'ब्राह्मण कार्ड' का इस्तेमाल करेगी. कांग्रेस में पहले से ओबीसी और दलित के दो मंत्री हैं. अब दो मंत्रियों को बनाना है ऐसे में अभी तक जो चर्चा आ रही है, उसमें तीन नाम सबसे ऊपर के लिस्ट में है. इनमें सबसे पहला नाम महाराजगंज के विधायक विजय शंकर दुबे (ब्राह्मण), औरंगाबाद के विधायक आनंद शंकर (राजपूत) और विजेंद्र चौधरी (ओबीसी) लेकिन इन तीन नामों में भी पेच फंस सकते हैं. कांग्रेस जिन नामों का प्रस्ताव दिया है, उस पर लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हस्तक्षेप किया है. कांग्रेस नेता ने बताया कि लालू यादव और नीतीश कुमार शुरू के दौर से ही पिछड़े और अति पिछड़े की राजनीति करते आ रहे हैं और कांग्रेस का इतिहास सवर्ण राजनीति का रहा है और नए मंत्रिमंडल विस्तार में लालू यादव और नीतीश कुमार यही चाहते हैं कि कांग्रेस अपने पुराने फार्मूले पर कायम रहे और सवर्ण को मंत्री बनाएं. कांग्रेस के भी आलाकमान इस बात पर मान सकते हैं. ऐसी अगर बात हुई तो विजेंद्र चौधरी ,जो ओबीसी से आते हैं उनका नाम कट सकता है.


विजय शंकर दुबे के नामों की चर्चा तेज


विजय शंकर दुबे ब्राह्मण जाति से हैं और आनंद शंकर राजपूत जाति से हैं. हालांकि दोनों सवर्ण हैं, लेकिन इस पर भी एक पेज फंसा हुआ है. लालू यादव बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को मंत्री बनाने पर विचार कर रहे हैं जो राजपूत हैं. ऐसे में आनंद शंकर का भी नाम कट सकता है और कांग्रेस दो ब्राह्मण को मंत्री बना सकती है. दूसरे अगर ब्राह्मण की बात हुई तो मदन मोहन झा का भी नाम जुड़ सकता है. हालांकि अभी तक यह तय नहीं है कि दोनों ब्राह्मण ही बनेंगे और इन नामों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.


महागठबंधन में आपसी सहमति से नाम होगा तय


2024 के लोकसभा चुनाव में बहुत कम समय बचे हैं, ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस आरजेडी और जेडीयू तीनों पार्टियां कोई भी चूक नहीं करना चाहती है. किसी जाति को आगे करके किसी जाति को नाराज करने की फिराक में नहीं है. ऐसे में तीनों आपस में सहमति बनाकर मंत्रिमंडल विस्तार करने में जुटी है और यही कारण है की लेट हो रही है. वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता अशीत नाथ तिवारी ने कहा कि बहुत जल्द ही कांग्रेस हाईकमान से नामों की घोषणा कर दी जाएगी.


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