पटना: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कहर पर भले ही ब्रेक लग गया हो, लेकिन इसने जो तबाही मचाई है उसे भूला नहीं जा सकता. इलाज के अभाव में हजारों लोगों की मौत पर अब भी विवाद जारी है. खासकर बिहार में विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है. कोरोना काल में जिस तरह से अस्पतालों के कुव्यवस्था की पोल खुली, उस मुद्दे पर विपक्ष अब भी सरकार को घेर रहा है. इसी क्रम में मंगलवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी ने बिहार सरकार पर निशाना साधा है.
लालू यादव ने ट्वीव कर कही ये बात
पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने लिखा, " 16 वर्षों में नीतीश-भाजपा ने बिहार की यह दुर्गति करी है कि देश में प्रति लाख आबादी पर सबसे कम बेड (26) बिहार में है. हमारी सामाजिक सशक्तिकरण की पहल के विरोध में कुछ लोग इतने अंधे हुए कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य की बलि देकर अपनी दो पीढ़ियों का भविष्य बर्बाद करवा लिया."
राबड़ी देवी ने ट्वीव कर कसा तंज
इधर, अस्पतालों में ब्लैक फंगस की दवाइयों की अनुपलब्धता पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, " बड़बोलो की बड़बोली ड़बल इंजन सरकार है ना..जी? ऊपर मोदी नीचे नीतीश…फिर भी फ़ंगस की दवा नहीं? जोर-जोर से जंगलराज का उच्चारण करो, तभी ना नीतीश-मोदी दवा का प्रबंध करेंगे? "
मालूम हो कि जमानत पर जेल से बाहर आए लालू यादव इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य की एनडीए सरकार पर हमलावर हैं. बीते दिनों उन्होंने नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, " नीतीश-भाजपा के 16 वर्षों के अथक प्रयास और नकारात्मक राजनीति का ही प्रतिफल है कि बिहार नीचे से शीर्ष पर है. कथित जंगलराज का रोना रोने वाले पूर्वाग्रह से ग्रस्त जीव आजकल ज़ुबान पर ताला जड़ बिलों में छुपे है।बिहार का सत्यानाश हो जाए लेकिन उन लोगों को सामाजिक आर्थिक न्याय गवारा नहीं.
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