लालू यादव का कांग्रेस पर बड़ा बयान, हारने के लिए हम सीट दे दें? भक्त चरण दास पर भी बोला हमला
आरजेडी (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव रविवार को पटना आने वाले हैं. इसके पहले दिल्ली में उन्होंने बयान दिया है. उप चुनाव को लेकर वे लगभग तीन सालों के बाद पटना पहुंचेंगे.
पटनाः बिहार में कुशेश्वर स्थान और तारापुर विधानसभा सीट पर उप चुनाव (Bihar By-Election) हो रहा है. कांग्रेस (Congress) और आरजेडी (RJD) दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं. आरजेडी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर लालू यादव (Lalu Yadav) ने रविवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर दिल्ली में कहा कि गठबंधन क्या होता है? उसको (कांग्रेस) हारने के लिए दे देते हम सीट या जमानत जब्त कराने के लिए? एक सवाल पर कि आरजेडी का गठबंधन बीजेपी के साथ हो गया है, इसपर लालू यादव ने भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) पर भी हमला बोला और अपशब्द का इस्तेमाल किया.
गौरतलब हो कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) रविवार को पटना आने वाले हैं. इसके पहले दिल्ली में उन्होंने उक्त बयान दिया है. चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो बेल मिलने के बाद दिल्ली में अपनी बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती (Misa Bharti) के आवास में रह रहे हैं. उप चुनाव को लेकर वे लगभग तीन सालों के बाद पटना पहुंचेंगे. लालू यादव दिल्ली से साढ़े चार बजे रवाना होंगे.
#WATCH | Delhi: RJD leader Lalu Prasad Yadav speaks on the breaking of party's alliance with Congress in Bihar. He says, "What is Congress' alliance? Would we have left everything to Congress for a loss? For losing of deposits?"
— ANI (@ANI) October 24, 2021
The RJD leader will go to Patna. pic.twitter.com/3IZpa41zuU
गौरतलब हो कि बिहार में तारापुर और कुशेश्वर स्थान विधानसभा सीट पर उप चुनाव हो रहा है. कांग्रेस ने तारापुर से राजेश कुमार मिश्रा को और कुशेश्वरस्थान से अतिरेक कुमार को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, आरजेडी ने तारापुर से अरुण कुमार साह और कुशेश्वर स्थान से गणेश भारती को टिकट दिया है.
गठबंधन में होते हुए भी कांग्रेस इसलिए अलग चुनाव लड़ रही है क्योंकि आरजेडी ने कुशेश्वर स्थान और तारापुर से अपना उम्मीदवार उतार दिया था. वहीं, कांग्रेस का कहना था कि कुशेश्वर स्थान उसकी परंपरागत सीट है इसलिए वह सीट उसे दी जाए. जब ऐसा नहीं हुआ तो दोनों सीटों से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतार दिया.
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