पटनाः अक्सर ट्विटर पर एक्टिव रहने वाली लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्या बुधवार को कुछ ज्यादा ही सक्रिय दिखीं. वो इसलिए कि वे सुशील मोदी की एक ट्वीट से खासा परेशान थीं. सुशील मोदी बुधवार को ही एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने जिस कोविड अस्पताल की शुरुआत की है उसमें वह अपनी बहनों को इलाज के लिए रखें क्योंकि दो बहनें उनकी एमबीबीएस डॉक्टर हैं. इसी बयान के बाद रोहिणी ट्वीट से ही सुशील मोदी को चेता रही हैं.


रोहिणी ने सुशील मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा लिखा “आज के बाद से मेरा या मेरी बहनों का नाम लिया ना ये लीचर तो मुंह थुर देंगे आकर! भाग यहां से राजस्थानी मेढक.” वहीं एक अन्य पोस्ट में लिखा “खबरदार आज के बाद तू या तेरे भोपु मेरे या मेरी बहनों के बारे में बोले ना तो समझ लेना, जा कर अपनी सो कॉल्ड प्रोफेसर बीवी (पता है कैसे बनी) से पूछ लेना की बेटियों से कैसे बात किया जाता है.” आगे उन्होंने चेताया और कहा कि वो किस्मत अच्छी है कि वो यहां नहीं हैं नहीं तो अच्छे से इलाज कर देती.






दरअसल, बुधवार को सवाल उठाते हुए बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राबड़ी देवी के 10 फ्लैट, कांति देवी से गिफ्ट में मिले दो मंजिला मकान में तेजस्वी यादव ने क्यों नहीं अस्पताल खोला?






सुशील मोदी के इस बयान से नाराज हैं रोहिणी


सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव को सरकारी आवास के बजाय अवैध तरीके से पटना में अर्जित दर्जनों मकानों में से किसी को कोविड अस्पताल बनाना चाहिए था, जहां गरीबों का मुफ्त में इलाज होता. उनके परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डॉक्टर हैं. कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएं क्यों नहीं ली गईं? इसी बयान के बाद से रोहिणी आचार्य ट्वीट कर रही हैं.


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