लालू यादव के करीबियों के घर गोपालगंज में ये सब भी हुआ, CBI को कई दस्तावेज मिले, सामने आईं तस्वीरें
लालू प्रसाद यादव के पैतृक गांव फुलवरिया और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के मायके सेलार कला में भी एक टीम पहुंची, लेकिन वहां कोई नहीं रहता है. दो लोग पकड़े गए हैं.
गोपालगंजः आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के करीबी तीन लोगों के घर पर गोपालगंज में सीबीआई की टीम ने शुक्रवार की सुबह छापेमारी की. करीब पांच घंटे तक चली सीबीआई की छापेमारी में टीम को रेलवे में नौकरी से जुड़े कई अहम दस्तावेज और बैंक के पासबुक समेत अन्य कागजात मिले हैं. सीबीआई दो लोगों को पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर गई है.
गोपालगंज में क्या-क्या हुआ?
जिन लोगों के घर पर सीबीआई की छापेमारी की गई है उनमें उचकागांव थाना क्षेत्र के इटावा गांव निवासी हृदयानंद यादव, देवानंद यादव और भीखम यादव शामिल हैं. तीनों सगे भाई हैं. इनमें हृदयानंद यादव रेलवे में नौकरी करते हैं. एक भाई शिक्षक है और तीसरा भाई घर पर नहीं मिला. सीबीआई की टीम ने छापेमारी के दौरान परिवार के सदस्यों से भी कड़ाई से पूछताछ की है.
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सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद जब केंद्र सरकार में रेल मंत्री हुआ करते थे, तब ये सभी रेलवे में ट्रांसपोर्टर का काम करते थे. उस वक्त ही रेलवे में परिवार के सदस्यों को नौकरी मिली. इसलिए सीबीआई ने इनके घरों पर छापेमारी कर पांच घंटे से ज्यादा वक्त तक जांच की है. जांच के दौरान रेलवे में नौकरी से संबंधित दस्तावेजों को खंगाला गया है.
छापेमारी से मची रही हलचल
सीबीआई के इस कार्रवाई से हलचल रही. लालू प्रसाद यादव के पैतृक गांव फुलवरिया और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के मायके सेलार कला में भी एक टीम पहुंची, लेकिन वहां कोई नहीं रहता है, इसलिए सीबीआई इटवा में पहुंच गई. सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद परिवार के सदस्यों ने साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया है.
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