पटना: नई संसद भवन में बुधवार (13 दिसंबर) को कार्यवाही के दौरान स्मोक बम छोड़ने के मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी के नेता ने सवाल उठाए हैं. गुरुवार (14 दिसंबर) को एबीपी न्यूज़ से बाद करते हुए आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने कहा कि संसद में जो घटना हुई है वो गंभीर चिंता पैदा करती है. बातचीत के क्रम में उन्होंने सवाल भी उठाए.


शिवानंद तिवारी ने कहा, "जो लोग देश को चला रहे हैं वो कितने बड़े लापरवाह हैं… कल वाली घटना की तारीख वही है जब इसके पहले संसद पर हमला हुआ था और सुरक्षा प्रहरी मारे गए थे. इसके बाद भी ये लोग चेत नहीं पाए. पता चला है कि संसद में सुरक्षा के लिए जो गैजेट्स लगाए गए हैं वह भी काफी पुराने हैं. स्टाफ की भी कमी है."


'दूसरे नजरिए से भी देखना चाहिए घटना'


बातचीत में आगे उन्होंने कहा कि अमित शाह गृह मंत्री हैं. चुनाव कैसे जीता जाए और किस तरह देश में विभाजन पैदा किया जाए इसी पर उनका ज्यादा ध्यान रह रहा है. इन सबके बावजूद हम इस घटना को एक दूसरे नजरिए से भी देखना चाहिए. संसद के अंदर और बाहर जिस तरह से विरोध हुआ, लड़के के परिजनों का कहना है कि इनके पास कोई काम नहीं था. बेरोजगार लोग हैं और तनाव में इनकी जिंदगी गुजर रही है. असंतोष है बेरोजगारी को लेकर जिसका विरोध इस तरह से किया गया है."


'यह सुरक्षा में चूक का मामला नहीं…'


आरजेडी नेता ने कहा कि सरकार इसको कानून व्यवस्था या संसद भवन की सुरक्षा की चूक का मामला नहीं समझे, बल्कि ये देखें कि देश का जो युवा है वो किस तरह से तनाव में है. तनाव के कारणों को दूर नहीं किया गया तो संभव है कि ये जो असंतोष है दूसरा रूप ले ले. जिन लोगों ने नियम कायदे को तोड़ा है उन पर कार्रवाई हो, लेकिन अगर यूएपीए एक्ट लगाने की बात की जा रही है तो गलत है. ये लोग कोई देशद्रोही नहीं हैं.


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