पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने गुरुवार (26 अक्टूबर) को श्री बाबू की जयंती के मौके पर कांग्रेस के कार्यक्रम में मंच से ऐसा बयान दिया कि अब बीजेपी को बैठे-बैठे नया मुद्दा मिल गया है. आरजेडी सुप्रीमो ने मंच से यह कहा था कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह (Akhilesh Prasad Singh) को उन्होंने ही सांसद बनवाया था. रांची जेल से उन्होंने सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को फोन किया था. इस बयान पर शुक्रवार (27 अक्टूबर) को नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने प्रतिक्रिया देते हुए लालू यादव पर निशाना साधा.


विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लालू यादव ने अपने मुख से खुद स्वीकार किया है कि वह जेल के मैनुअल को तोड़ते थे. जेल में सोनिया गांधी और कई बड़े नेताओं से बात करते थे. उनके बयान से यह साफ हो गया है कि वह जेल में अय्याशी करते थे और सारी सुख सुविधा लेते थे. रांची के होटवार जेल में उनके लिए सारी व्यवस्था मौजूद थी.


बीजेपी नेता ने कही कि जेल अय्याशी के लिए नहीं सजा के लिए होती है, इसलिए जितने दिन लालू यादव ने जेल में काटा है न्यायालय से हम लोग मांग करते हैं कि उन्हें उतने ही दिन की फिर से सजा दी जाए. जेल में अगर उन्हें कड़ी सजा नहीं मिलेगी तो भ्रष्टाचार करने वाले लोगों में सुधार नहीं आएगा.


फोन कॉल को लेकर सुशील मोदी ने भी उठाए थे सवाल


विजय कुमार सिन्हा से पहले बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा के सदस्य सुशील कुमार मोदी ने भी फोन कॉल को लेकर सवाल उठाए थे. गुरुवार को एक्स हैंडल पर सुशील कुमार मोदी ने लिखा कि, "कांग्रेस ने श्री बाबू की जयंती में केवल लालू यादव को बुलाया. नीतीश को क्यों नहीं बुलाया? लालू-नीतीश पर दबाव बनाकर कांग्रेस को लोकसभा की लड़ने के लिए ज्यादा सीट दिलाएंगे? लालू जी, जेल में मोबाइल की अनुमति नहीं, फिर सोनिया जी से कैसे बात की?"


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