पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विधान परिषद में एक बार फिर स्पष्ट किया है कि ऑक्सीजन और एवं उपकरणों की अनुपलब्धता या रोग की गंभीरता पहचानने में त्रुटि से किसी भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है. इस बयान के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश पर निशाना साधा और कहा कि अगर बेशर्मी मापने का कोई पैमाना होता तो वह भी टूट जाता.


बुधवार को लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर नीतीश कुमार को लेकर यह बात लिखी. दरअसल, मंगल पांडेय विधान परिषद में प्रेमचंद मिश्रा के प्रश्न का जवाब दे रहे थे. प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई मौतों में 30 फीसद से ज्यादा मौतें आईसीयू में इंफेक्शन की वजह से हुईं. उनके मुताबिक ये बात एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही गई थी जहां पर स्वास्थ्य मंत्री भी मौजूद थे. इसी सवाल पर मंगल पांडे अपना जवाब दिया था. इसी बयान से संबंधित खबरों की कटिंग को लालू प्रसाद यादव ने शेयर कर तंज कसा है.


स्वास्थ्य मंत्री ने तीसरी लहर की तैयारी के बारे में बताया


मंगल पांडेय ने अपने जवाब में कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे को देखते हुए तैयारी के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकारी अस्पतालों में कुल 28,594 बेड तैयार स्थिति में हैं. इनमें से 16,986 बेड ऑक्सीजन आपूर्ति से युक्त हैं, जबकि 2,584 आईसीयू बेड हैं. इसके अलावा विभिन्न सरकारी अस्पतालों को 1,150 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं.


गौरतलब हो कि केंद्र सरकार के संसद में दिए उस जवाब पर बहस छिड़ गई थी जहां पर कहा गया था कि ऑक्सीजन की कमी से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान किसी की मौत नहीं हुई. अभी उस बयान की चर्चा हो ही रही थी तबतक बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की ओर से दिए गए इस बयान के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है.


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