Bihar Monsoon Session: बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का आज शुक्रवार (26 जुलाई) को आखिरी दिन है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर महागठबंधन के विधायक बैनर-पोस्टर लेकर वेल में जाकर प्रदर्शन कर रहे थे. विधायकों का कहना था कि विशेष राज्य का दर्जा देने होगा. महागठबंधन विधायक वेल में खड़े होकर नारे लगा रहे थे, जिसेक बाद स्पीकर नंद किशोर यादव बेहद ग़ुस्से में आ गए. उन्होंने कहा कि रिपोर्टर टेबल को कुछ भी करने की कोशिश की तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. अपनी-अपनी सीटों पर महागठबंधन विधायकों से स्पीकर जाने के लिए कह रहे थे, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. 25 जुलाई को विपक्ष की ओर से रिपोर्टर टेबल गिराने के दौरान राहुल यादव नाम का एक कर्मचारी चोटिल हुआ था.
विपक्ष के विधायक की शिकायत
इस बीच वाम दल विधायक सत्यदेव राम स्पीकर से कहा कि आप हम महागठबंधन विधायकों को मौका नहीं देते महोदय. विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता. हम लोगों के मुद्दे पर चर्चा नहीं होती है. इस पर स्पीकर ने कहा कि प्रश्नोत्तर के बाद आप लोगों को समय देंगे. विधानसभा को हाईजैक करने की कोशिश मत करिए. नियम कानून से सदन चलेगा. सदन की कार्यवाही हंगामे के बीच चलती रही और उसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
क्या बोले आरजेडी नेता?
इससे पहले आरजेडी के वरिष्ठ विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि बिहार को उसका हक हम लोग दिलवाकर रहेंगे. केंद्र सरकार ने बिहार को धोखा दिया है. बिहार का विकास तभी होगा जब विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा. ऐसे कैसे केंद्र सरकार ने संसद में कह दिया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता है. इस मुद्दे पर हम लोग लड़ाई लड़ेंगे. नीतीश को इस मुद्दे पर साथ आना है तो आएं, हमलोग उनको आमंत्रण देने नहीं जा रहे हैं. बजट में बिहार के लिए कुछ भी खास नहीं है.
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