पटना: बिहार में सुर्खियों में रहने वाले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष देवेश चंद्र ठाकुर ने केके पाठक के लिए एक जांच समिति का गठन किया. स्पीकर के कक्ष में 5-6 सदस्यीय कमेटी पाठक के वीडियो की समीक्षा करेगी और फिर उचित कार्रवाई की जाएगी.


केके पाठक को लेकर विधान परिषद में जमकर हंगामा


विधान परिषद की कार्यवाही में केके पाठक के नाम को लेकर खूब हंगामा हुआ. कई नेता केके पाठक के विरोध में दिखे. बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन भी नाराज दिखे और कई गंभीर आरोप लगाया. इसके साथ ही विरोधी दल के नेता राबड़ी देवी ने केके पाठक को खूब सुनाया. राबड़ी देवी ने केके पाठक के ऊपर मनमानी करने का आरोप लगाया. विधान परिषद में प्रश्न काल के माध्यम से केके पाठक द्वारा शिक्षकों को अपशब्द कहने का मामला उठाया गया. वहीं, इन आरोपों पर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि किसी को गाली देने का अधिकार नहीं है. सरकार ऐसे व्यवहार की निंदा करती है.


विजय चौधरी ने कही थी ये बात


बता दें कि बिहार विधान परिषद सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने केके पाठक के वायरल वीडियो में अभद्र व्यवहार और बातचीत को संज्ञान में लिया. विधान परिषद की कार्यवाही में वीडियो ना देखने के साथ अपने चेंबर में वीडियो देखने की मांग की. शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सदन में वीडियो ना टेलीकास्ट करने की बात रखी थी. इस पर बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष देवेश चंद्र ठाकुर ने केके पाठक के लिए एक जांच समिति का गठन किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग अपर मुख्य सचिव केके पाठक के वीडियो में अगर अपशब्द या कोई गलती या अमर्यादित बात हुई होगी तो कार्रवाई होगी.


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