बीमा के पैसे निकलवाने के लिए LIC के अधिकारी ने मांगी रिश्वत, फिर शख्स ने किया ये काम
ऑडियो वायरल होने के बाद मृतक के बेटे चुल्हाई राम को पेमेंट कर दिया गया. लेकिन, इस मामले के सामने आने के बाद एलआईसी ऑफिस में चल रहे अवैध उगाही के खेल का पर्दाफाश ही गया है.
मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में इन दिनों एक ऑडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. दो मिनट 36 सेकेंड का वायरल ऑडियो मोतिहारी के एलआईसी ब्रांच के मुख्य प्रबंधक और अपने पिता का डेथ क्लेम लेने के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के बीच हुई बातचीत का बताया जा रहा है. वायरल ऑडियो में मुख्य प्रबंधक बीमाधारक की मौत के बाद नॉमिनी को मिलने वाली बीमा राशि में से दो लाख रुपये रिश्वत के रूप में मांगते सुनाई पड़ रहे हैं.
हालांकि, इस पूरे मामले में प्रबंधक उमेश चंद्र तिवारी अपनी संलिप्तता स्वीकार नहीं कर रहे हैं. उनका कहना है कि वायरल ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है. लेकिन, डेथ क्लेम पाने वाले व्यक्ति से बातचीत करने की बात उन्होंने स्वीकार की है.
मिली जानकारी अनुसार जिले के पताही थाना क्षेत्र के रहने वाले 52 साल के रामसुंदर राम के नाम से 26 नवंबर 2019 को बीमा प्रारंभ हुआ था, जिसका सालाना किस्त 45 हजार 660 रुपये का था. पहली किस्त जमा करने के छह महीने बाद 13 मई, 2020 को बीमाधारक रामसुंदर राम की मौत हो गई. उसके बाद मृतक के बेटे चुल्हाई राम ने एलआईसी ऑफिस में डेथ क्लेम किया.
ऐसे में डेथ क्लेम में मिलने वाली बीमा राशि 7 लाख 29 हजार 400 रुपये की निकासी को क्लियरेंस देने के लिए विभाग द्वारा जांच करायी गई. जांच करने के लिए मुख्य प्रबंधक उमेश चंद्र तिवारी मृतक के घर पहुंचे. लेकिन मृतक के बेटे से उनकी मुलाकात नहीं हुई. इसलिए वह अपना नंबर छोड़कर चले आए. जब मृतक के बेटे चुल्हाई राम ने मुख्य प्रबंधक को फोन किया, तब उन्होंने खुद चुल्हाई राम से डेथ क्लेम पास करने के लिए बातचीत की. इस दौरान उन्होंने रिश्वत की मांग की. ऐसे में दोनों के बीच हुई बातचीत को चुल्हाई राम ने रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया वायरल कर दिया.
ऑडियो वायरल होने के बाद मृतक के बेटे चुल्हाई राम को 25 मार्च, 2021 को पेमेंट कर दिया गया. लेकिन, इस मामले के सामने आने के बाद एलआईसी ऑफिस में चल रहे अवैध उगाही के खेल का पर्दाफाश भी हुआ है. कई अभिकर्ताओं और बीमाधारक के अलावा बीमाधारकों के नॉमिनी ने बीमा क्लेम के एवज में अवैध उगाही की बात बताई है. इधर, एलआईसी के मुख्य प्रबंधक ने इन सब आरोपों से इंकार करते हुए वायरल ऑडियो को गलत बताया है. जबकि चुल्हाई राम से संपर्क नहीं हो सका है. हालांकि, एबीपी न्यूज़ वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.