Thane Lift Accident में किसी ने खोया पति तो किसी ने बेटा, समस्तीपुर में मजदूरों के परिजनों का हाल बेहाल, मचा कोहराम
Samastipur News: ठाणे में लिफ्ट गिरने से समस्तीपुर के चार मजदूरों की मौत हो गई. वहीं, इस घटना के बाद मृतक के गांव में मातम छाए हुए है.
समस्तीपुर: महाराष्ट्र के ठाणे के बालकुम इलाके में रुनवाल नाम की एक बहुमंजिला इमारत की लिफ्ट (Maharashtra Lift Accident) जोरदार आवाज के साथ रविवार (10 सितंबर) को उस समय नीचे गिर गई जब मजदूर काम करके नीचे आ रहे थे. इस दर्दनाक हादसे में सात मजदूरों की मौत (Samastipur News) हो गई, जिसमें से चार समस्तीपुर जिला के रहने वाले थे. वहीं, इस दर्दनाक हादसे की सूचना मिलने के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया. घटना के बाद जब एबीपी न्यूज के संवाददाता ने सोमवार को मृतक के गांव पहुंचकर जायजा लिया तो चारों तरफ चीख पुकार मची थी. मृतक मंजेश की गर्भवती पत्नी सुमित्रा देवी का रो-रोकर बुरा हाल था. वहीं, उसका तीन वर्षीय बेटा आयुष लोगों को निहार रहा था कि आखिर सब लोग रो क्यों रहे हैं? दर्जनों महिलाएं उसे संभालने में जुटी हुई थीं.
मृतक की पहचान विभूतिपुर थाना क्षेत्र के किशनपुर टभका के बरैठा टोला वार्ड संख्या नौ निवासी होरिल दास के 25 वर्षीय पुत्र रुपेश कुमार, 45 वर्षीय पुत्र योगेंद्र दास के पुत्र कारी दास, वार्ड संख्या दस निवासी उमेश दास के 22 वर्षीय पुत्र सुनील कुमार दास और धनपत दास के 35 वर्षीय पुत्र मंजेश चौपाल के रूप में हुई है.
रुपेश की शादी चार माह पूर्व हुई थी
वहीं, सुनील की गर्भवती पत्नी रजनी कुमारी रोते हुए बार-बार बेहोश हो जा रही थी. जबकि दो वर्षीय बेटा आयुष कुमार दूसरे की गोद में चुपचाप खामोश बैठा था. वहीं, कारी दास की पत्नी रुपम देवी बार-बार अपने पति को लाने की मांग करते हुए रो रही थी. जबकि बेटी अंशु, राधा, अंजलि, बेटा अंकुश एक टक सभी को निहार रहा थे कि मानो अचानक क्या से क्या हो गया. रुपेश की शादी चार माह पूर्व ही अंजलि के साथ हुई थी. अंजलि का भी रो-रोकर बुरा हाल था. सभी जगहों पर महिलाएं एक दूसरे को सांत्वना देते हुए खुद भी रो रही थीं.
कारी और मंजेश 4 सितंबर को गए थे महाराष्ट्र
मृतके के घर के बाहर परिजन शव के इंतजार में टकटकी लगाए बेसुध बैठे थे. सभी का कहना था कि सरकार शव को जल्द से जल्द भेजते हुए उचित मुआवजा दे. ग्रामीणों का कहना था कि कारी दास और मंजेश बाहर ही रहकर मजदूरी करते थे. वह अक्सर गांव आते-जाते थे. जबकि घर की हालात ठीक नहीं होने की वजह से सुनील और रुपेश पहली बार बाहर कमाने गए थे. कुछ दिन पूर्व ही कारी और मंजेश गांव आए थे. 4 सितंबर को कमाने के लिए गए महाराष्ट्र गए.
प्रशासन जल्द शव को लाने के लिए प्रयासरत है- पुलिस
हादसे को लेकर बताया जा रहा है कि ठाणे की रुनवाल नाम की नव निर्माणाधीन 40 मंजिला इमारत में रिनोवेशन का काम चल रहा था. इस बहुमंजिला इमारत की छत पर भी वाटर प्रूफिंग का काम चल रहा था. इमारत में काम करने वाले सभी मजदूर काम खत्म करके नीचे जा रहे थे. इस दौरान लिफ्ट धड़ाम से नीचे गिर गई. इस दर्दनाक हादसे में चारों की मौत हो गई. घटना के बाद सीओ अशोक कुमार यादव, थानाध्यक्ष संदीप कुमार पाल दलबल के साथ मृतक के घर पहुंचे. घटना के संबंध में परिजनों से जानकारी ली. साथ ही बताया कि सरकार के स्तर से हर संभव मदद की जाएगी. प्रशासन जल्द शव को लाने के लिए प्रयासरत है.