नवादा: छपरा में जहरीली शराब से अभी मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा है. इसको लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है. सरकार और विपक्ष इस मुद्दे पर आमने- सामने है. वहीं, जहरीली शराब कांड के बाद नवादा उत्पाद विभाग (Excise Department) की टीम हरकत में आ गई. उत्पाद विभाग की कार्रवाई से शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) की पोल खुल गई. गुरुवार की रात्रि उत्पाद विभाग ने विशेष अभियान चलाकर जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर शराब मामले में कुल 103 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, इस कार्रवाई के बाद शराबियों और शराब धंधेबाजों में हड़कंप मच गया है.
उत्पाद अधीक्षक ने चलाया अभियान
इस कार्रवाई को लेकर उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद ने बताया कि शराबबंदी को सफल बनाने के लिए जिले के कोने-कोने में छापेमारी की जा रही है. गुरुवार की रात्रि 103 लोगों की गिरफ्तारी की गई है, जिसमें 12 शराब धंधेबाज और 91 शराबी शामिल हैं. शराब पीने वाले एक-दो दिन बच सकते हैं, लेकिन ज्यादा दिन उनकी खैर नहीं है. शराब पीने से स्वास्थ्य खराब हो रहा है. जिले के कौवाकोल, गोविंदपुर और रजौली चेक पोस्ट पर विशेष रूप से छापेमारी की गई. वहीं, सिरदला, हिसुआ सहित तमाम जगहों पर तलाशी अभियान चल रहा है.
जहरीली शराब पीने से हो रही हैं मौत- उत्पाद अधीक्षक
उत्पाद अधीक्षक ने शराबियों से अपील किया कि वे शराब पीना बंद करें. शराब पीने से उनका घर परिवार तो बर्बाद हो ही रहा है. शराब पीने के कारण ही गलत आचरण हो रहा है, जिससे सड़कों पर बदमाशी और छेड़खानी जैसे मामले सामने आते हैं. बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब पीने के कारण लोगों की मौत हो गई. इसके बाद भी लोग शराब पीने से बाज नहीं आ रहे हैं.
'मिर्जापुर में हो रही है कार्रवाई'
वहीं, मिर्जापुर में शराब बिक्री को लेकर उत्पाद अधीक्षक ने कहा कि मिर्जापुर में सप्ताह में 3 बार छापेमारी की जाती है. छापेमारी में लोग पकड़े भी गए हैं. लेकिन यह दावा नहीं किया जा सकता है कि मिर्जापुर में शराब की बिक्री नहीं है. कुछ लोग हैं, जो अभी भी शराब के कारोबार से जुड़े हैं. प्रयास है कि मिर्जापुर में शराब के धंधे को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए. वहीं, उत्पाद विभाग अभियान चलाकर शराब कारोबारियों पर कार्रवाई करने में जुटी हुई है.
'शराब बिकता है, तभी तो पीते हैं'
वहीं, नवादा में शराब के नशे में गिरफ्तार युवक ने पुलिस के सामने हाई वोल्टेज ड्रामा कर शराबबंदी की पोल खोल दी. शराबी युवक ने कहा कि 100 रुपये महुआ शराब की बोतल खरीदकर पीते हैं. पुलिस पीने वाले को पकड़ लेती है, लेकिन बेचने वालों को क्यों नहीं पकड़ती है? शराब बेची जाती है, तभी तो पीते हैं.
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