गोपालगंज: आम तौर पर एंबुलेंस का उपयोग मरीजों को अस्पताल लाने और ले जाने के लिए किया जाता है. लेकिन बिहार में शराबबंदी के बाद तस्करों ने इसका इस्तेमाल शराब की तस्करी के लिए करना शुरू कर दिया है. ऐसे ही एक शराब तस्कर गिरोह का गुरुवार को गोपालगंज में पुलिस ने खुलासा करते हुए हरियाणा के दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है. इस संबंध में सदर एसडीपीओ संजीव कुमार ने बताया कि हरियाणा से मुजफ्फरपुर एंबुलेंस में भरकर बड़ी मात्रा में शराब लेकर जाने की सूचना मिली थी.
गुप्त सूचना के आधर पर की कार्रवाई
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस को अलर्ट करते हुए एनएच-27 पर वाहनों की जांच शुरू की गई. इसी क्रम में सायरन बजाते हुए एक एंबुलेंस भी उत्तर प्रदेश की ओर से पहुंच गई. सायरन बजाते हुए मुजफ्फरपुर जा रही इस एंबुलेंस को बरौली पुलिस ने पीछा करते हुए सोनबरसा के पास पकड़ लिया. एंबुलेंस के साथ दो शराब तस्कर रिंकू कुमार और योगेंद्र कुमार को मौके पर गिरफ्तार कर किया गया, जो हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना थाने के गोहाना गांव के रहने वाले बताए गए हैं. एसडीपीओ ने बताया कि एंबुलेंस से हरियाणा निर्मित इंपीरियल ब्लू और नंबर वन ब्रांड की अंग्रेजी शराब मुजफ्फरपुर भेजी जा रही थी.
गोपालगंज में इसके पहले भी बीते 13 नवंबर को यूपी-बिहार की सीमा पर एंबुलेंस से 1074 लीटर शराब बरामद की गई थी. दो महीने के भीतर शराब तस्करों ने एक बार फिर शराब तस्करी में एंबुलेंस का इस्तेमाल किया, लेकिन पुलिस ने उन तस्करों के मंसूबे को नाकाम कर दिया. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद सवाल उठ रहा है कि चेकपोस्ट पर कड़ी निगरानी होने के बाद भी शराब से भरी एंबुलेंस कैसे बिहार में एंट्री कर गई. फिलहाल पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ करने में जुट गई है. पुलिस का कहना है कि मुजफ्फरपुर में शराब की खेप मांगने वाले माफियाओं की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
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