पटनाः बाढ़ के उमानाथ गंगा घाट पर स्नान करने के दौरान बुधवार की सुबह चार लोग गंगा नदी में डूब गए. दो लोगों को बचा लिया गया है. सभी एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं. शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड स्थित रिजौना गांव निवासी मुकेश कुमार के परिजन अपने परिवार में हुई एक महिला के श्राद्ध कर्म के बाद स्नान कर रहे थे. इसी दौरान यह हादसा हो गया.
बताया जाता है कि परिवार का एक बच्चा गंगा नदी की तेज धारा में बहने लगा जिसके बाद उसे बचाने के लिए एक-एक कर पांच लोगों ने छलांग लगा दी. इसके बाद आसपास के लोगों ने दो लोगों को बचाया, जबकि चार लोग लापता हो गए हैं. लापता पति-पत्नी समेत दो बच्चे हैं. उनकी पहचान 48 वर्षीय मुकेश कुमार, उनका 13 वर्षीय बेटा चंदन कुमार, 15 वर्षीय बेटी सपना कुमारी और एक घर की एक 32 वर्षीय महिला शामिल है. घटना की सूचना के बाद बाढ़ थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. लापता लोगों की खोजबीन के लिए स्थानीय गोताखोर को लगाया गया है.
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सात घंटे बाद भी नहीं पहुंची एनडीआरएफ की टीम
बताया जाता है कि घटना लगभग सुबह 9 बजे की है, लेकिन 7 घंटे बाद शाम के 4 बजे तक भी एनडीआरएफ या एसडीआरएफ की टीम लापता लोगों की तलाश के लिए नहीं पहुंची थी. बाढ़ थाना के इंस्पेक्टर ने बताया कि इसके बारे में सूचना दे दी गई है, लेकिन कोई टीम नहीं पहुंची है. बताते चलें कि अभी गंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है. सभी घाटों पर पानी खतरे के निशान से ऊपर है.
इस घाट पर जुलाई में डूब चुके हैं 6 लोग
इस घटना को लेकर पूर्व पार्षद अंजू देवी ने बताया कि उमानाथ घाट की स्थिति काफी खराब है. घाट का नया निर्माण किया गया है, लेकिन ठीकेदार की मनमानी के कारण घाट की जो सीढ़ी बनाई गई है, वह काफी खराब है. इसके कारण इस घाट पर आए दिन घटना होती है. जुलाई में आज की घटना को लेकर कुछ छह लोग डूब गए हैं. डूबने के बाद एनडीआरएफ या एसडीआरफ भी नहीं पहुंचती है.
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