गया: बिहार के कई जिलों से अक्सर यह खबरें आती रहती हैं कि एमडीएम में छिपकली गिरने से भोजन खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. लगातार इस मामले में निर्देश भी दिए जाते हैं कि खाने को कैसे पकाना है या कौन पहले खाएगा, इसके बावजूद ऐसी घटना नहीं रुक रही है. ताजा मामला बिहार के गया जिले से सामने आया है. बुधवार (19 अप्रैल) को जिले के डुमरिया प्रखंड के कस्तूरबा विद्यालय मैगरा में एमडीएम खाने के बाद 50 से अधिक छात्राएं बीमार हो गई हैं.
कुछ को उल्टी हुई, किसी ने कहा नशा जैसा लग रहा
आनन-फानन में 24 छात्राओं को डुमरिया सरकारी अस्पताल में लाया गया. यहां आठ की स्थिति खराब है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. कस्तूरबा विद्यालय के प्रधान नरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि एमडीएम खाने से बच्चों को अचानक उल्टी होने लगी. कुछ ने कहा कि उन्हें नशा जैसा हो रहा है. इसके बाद एंबुलेंस से 24 छात्राओं को डुमरिया सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया है.
वार्डन ने कहा- कुछ नहीं हुआ है
इधर, अस्पताल में भर्ती एक छात्रा ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि एमडीएम में छिपकली गिरी थी. वहीं स्कूल के एक कर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि एमडीएम में छिपकली गिरी थी. इस मामले में कस्तूरबा विद्यालय मैगरा के वार्डन की लापरवाही सामने आई है. हालांकि वार्डन अनु ने कहा कि कुछ नहीं हुआ है. बच्चे बीमार हुए हैं तो अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
डुमरिया अस्पताल के प्रभारी धर्मवीर कुमार ने बताया कि कुल 24 छात्राओं को अस्पताल लाया गया था. इसमें आठ छात्राओं को स्लाइन लगाया गया है. इलाज चल रहा है. बाकी छात्राओं के लिए कस्तूरबा विद्यालय में स्वास्थ्य विभाग की दूसरी टीम गई है. उसकी मॉनिटरिंग की जा रही है. कुछ छात्राओं को उल्टी हुई है और कुछ ने नशा जैसे होने की शिकायत की है. स्थिति सामान्य है. स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी.
इस पूरे मामले पर गया के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने बताया कि पूरी घटना की जांच के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी और शेरघाटी एसडीओ की संयुक्त जांच समिति बनाई गई है. अगर कोई लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी.
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