नवादा: इंडिया और भारत नाम (India and Bharat Name Controversy) को लेकर छिड़े विवाद से पूरे देश की राजनीति गरमा गई है. इस मुद्दे पर जमकर बयानबाजी हो रही है. विपक्ष और बीजेपी (BJP) के बीच खूब आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं. वहीं, इस पर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और सांसद चंदन सिंह (Chandan Singh) ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि देश में कभी भी G20 सम्मेलन नहीं हुआ था. यह सम्मेलन ऐतिहासिक है. लोगों को गर्व है हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर है. जी G20 का अध्यक्षता कर रहे हैं. भारत और इंडिया के सवाल उन्होंने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, उन लोगों को देश से ही बाहर कर दिया जाए.
'पूरे विश्व में एक ही नेता को सम्मान दिया गया है'
चंदन सिंह ने कहा कि पूरे विश्व में एक ही नेता को सम्मान दिया गया है, जो देश के पीएम नरेंद्र मोदी हैं. देश के प्रधानमंत्री को पूरे विश्व ने लोहा माना है. नरेंद्र मोदी देश से अंग्रेजों का कोना-कोना मिटा देंगे. यह मेरा वादा है. अंग्रेज कौन है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि पत्रकार से छुपा नहीं है. 1947 से पहले जो थे वो हम लोग भारत के निवासी हैं. इंडिया के नहीं हैं. अभी कौन अंग्रेज है? आप पत्रकार को पता है, जिसको भारत के नाम से परेशानी हो रही है वही लोग अंग्रेज हैं.
विपक्ष को भारत के नाम से ही नफरत है- चंदन सिंह
आगे लोजपा नेता ने कहा कि विपक्ष को भारत के नाम से ही नफरत है, ऐसे लोगों को देश में आजादी नहीं मिलनी चाहिए. ऐसे विपक्ष लोगों को देश से ही बाहर कर देना चाहिए. बता दें कि नवादा में सांसद चंदन सिंह पहुंचे थे. सांसद के द्वारा आधा दर्जन गांवों में विकास कार्य का शिलान्यास किया गया. वहीं, बता दें कि इंडिया और भारत नाम के विवाद की शुरुआत जी-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज निमंत्रण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के बजाय प्रेसिडेंट ऑफ भारत कहे जाने से हुई है.