पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने राम मंदिर बनने पर खुशी व्यक्त की है. चिराग ने कहा की सिर्फ राम मंदिर ही लक्ष्य नहीं होना चाहिए. हमें इससे भी आगे जाना होगा जिससे रामराज्य की स्थापना हो, जहां कभी भी किसी के साथ कोई उसके धर्म, जाति या आर्थिक परिस्थिति के कारण दुर्व्यवहार या उनका अनादर ना करे. बिना भेदभाव के सबको सम्मान देना भगवान राम के आदर्शों का सही पालन करना है और यही रामराज्य है.


चिराग ने बताया कि राम के काल में मेरी पूर्वज माता शबरी का भी सम्मान था. माता शबरी वंचित वर्ग से आती थी, उसके बावजूद उनके प्रेम और स्नेह को देख कर भगवान राम ने उनके जूठे बेर खाए थे और उनकी ममता को महसूस कर माता कौशल्या से उनकी तुलना की थी. इस संबंध में चिराग पासवान ने ट्वीट कर लिखा कि मंदिर के पुनः स्थापना से भगवान राम के होने जैसा अहसास होगा लेकिन भगवान राम के दिखाए रास्ते पर चल कर रामराज्य लाया जा सकता है जिससे भगवान राम को पाने जैसा अहसास होगा.


मालूम हो कि चिराग पिछले कई महीनों से बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट पर काम कर रहे हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा की अयोध्या के जैसे ही मिथिला को आने वाले दिनो में लोक जनशक्ति पार्टी सजाएगी ताकि भगवान राम के दर्शन के बाद धार्मिक श्रधालु सीतामढ़ी आकर सुविधा के साथ माता सीता के दर्शन कर पाएं. सियासी हलको में चिराग का माता शबरी के साथ अपने आप को जोड़ कर दिखाना हिंदू दलित की राजनीति के तरफ उनके कदम को दर्शाता है.