संजय जायसवाल की पोस्ट के बाद LJP ने ली चुटकी, कहा- भाजपा और जेडीयू में सौतेले भाइयों जैसा संबंध
ट्वीट में लोजपा ने लिखा कि मुख्यमंत्री भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की भी नहीं सुनते. लोजपा की ओर से किए इस ट्वीट के बाद नीतीश कुमार के समर्थक भी जवाब देने लगे.
पटना: कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए रविवार को राज्य सरकार ने सर्वदलीय बैठक कर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए. इसमें नाइट कर्फ्य के साथ कई अहम फैसले शामिल हैं. सर्वदलीय बैठक में निर्णय के बाद इधर भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सीएम नीतीश पर सवाल उठा दिया जिसके बाद से लोजपा ने चुटकी लेते हुए ट्वीट कर लिखा कि भाजपा और जेडीयू में सौतेले भाइयों जैसा संबंध है.
ट्वीट में आगे लोजपा ने लिखा कि मुख्यमंत्री भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की भी नहीं सुनते. लोजपा की ओर से किए इस ट्वीट के बाद नीतीश कुमार के समर्थक भी जवाब देने लगे. इधर, सर्वदलीय बैठक में लिए गए निर्णय के बाद अब राजनीती शुरू हो गई है.
बिहार मे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष @sanjayjaiswalMP के फ़ेसबुक पोस्ट को देख कर दो सौतेले भाइयों कि लड़ाई हो रही है।@BJP4India के कृपा पर बने मुख्यमंत्री बने @NitishKumar भाजपा के अध्यक्ष की भी नहीं सुनते है।संवादहीनता इतना है की सरकार में रहने के बाद भी फ़ेसबुक पर लिखना पड़ता है। pic.twitter.com/4OyqsDpIU1
— Lok Janshakti Party (@LJP4India) April 19, 2021
क्या लिखा संजय जायसवाल ने?
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सरकार के नाइट कर्फ्यू के फैसले को गलत बताया है. उन्होंने रविवार को फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने कहा, "बिहार सरकार ने बहुत सारे फैसले लिए हैं, जो आज की परिस्थिति में बहुत अनिवार्य हैं. मैं कोई विशेषज्ञ तो नहीं हूं फिर भी सभी अच्छे निर्णयों में इस एक निर्णय को समझने में असमर्थ हूं कि रात का कर्फ्यू लगाने से करोना वायरस का प्रसार कैसे बंद होगा."
उन्होंने लिखा, " अगर कोरोना वायरस के प्रसार को वाकई रोकना है तो हमें हर हालत में शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक की बंदी करनी ही होगी. घरों में बंद इन 62 घंटों में लोगों को अपनी बीमारी का पता चल सकेगा और उनके बाहर नहीं निकलने के कारण बीमारी के प्रसार को रोकने में कुछ मदद अवश्य मिलेगी."
हफ्ते में दो दिन कड़ाई से लगाएं कर्फ्यू
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा, " वैसे कोरोना के प्रसार रोकने की महाराष्ट्र में सर्वोत्तम स्थिति यही रहती कि चार दिन रोजगार और तीन दिन की बंदी. बिहार में अभी इसकी जरूरत नहीं है पर अगर हम हफ्ते में दो दिन कड़ाई से कर्फ्यू नहीं लगा पाए तो हमारी स्थिति भी महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसी हो सकती है."
यह भी पढ़ें-
Bihar Corona Update: बिहार में बेकाबू हुआ कोरोना, जानें- किस जिले में कितने नए मामले आए सामने