नई दिल्ली: बिहार चुनाव पर अनिश्चितता के बावजूद सभी दल चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं. बिहार एनडीए में सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी जल्द अपना विजन डॉक्युमेंट जारी कर सकती है. विजन डॉक्युमेंट में राज्य के विकास और क़ानून व्यवस्था में सुधार से लेकर प्रवासी बिहारियों और हर साल आने वाली बाढ़ से निपटने का रोड मैप तैयार किया गया है. चुनाव से इतने दिनों पहले लोजपा ऐसा करने वाली पहली पार्टी बन जाएगी.


'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट ' होगा नाम
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान काफ़ी दिनों से बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट नाम से बिहार में अभियान चला रहे थे, जिसे लॉकडाउन के चलते रोकना पड़ा. इसी नाम से चल रही उनकी रथयात्रा को भी लॉकडाउन के चलते ही रोकना पड़ा था. पार्टी इसी नाम से अपना विजन डॉक्युमेंट तैयार किया है. विजन डॉक्युमेंट तैयार करने के लिए चिराग पासवान के नेतृत्व में एक सात सदस्यीय टीम का गठन किया गया था. टीम के सदस्य सौरभ पांडेय ने दावा किया है कि पार्टी ने बिहार के हज़ारों गांवों और क़रीब चार लाख लोगों के सुझाव के आधार पर इस विजन डॉक्युमेंट को तैयार किया है. इसमें पार्टी का मुख्य फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के अलावा क़ानून और व्यवस्था पर रहेगा.


प्रवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाने का वादा
विजन डॉक्युमेन्ट की अन्य बातों के अलावा देश के अलग अलग हिस्सों में रह रहे प्रवासी बिहारियों के लिए राज्य में एक अलग मंत्रालय बनाने का वादा किया गया है. लॉकडाउन लागू होने के बाद प्रवासी मज़दूरों की काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद पार्टी ने अपने विजन डॉक्युमेंट में अलग मंत्रालय बनाने की बात कही है. मंत्रालय का मुख्य काम अलग अलग राज्य सरकारों से समन्वय कर प्रवासियों की समस्याएं सुलझाना होगा.


बाढ़ रोकने के लिए रोड मैप
बाढ़ से फ़िलहाल बिहार के क़रीब 10 जिलों में भयानक तबाही मची हुई है. अबतक जान और माल के भारी नुकसान की ख़बर आ रही है. हर साल आने वाली इस विपदा से निपटने के लिए पार्टी ने एक रोड मैप तैयार किया है, जिसे विजन डॉक्युमेंट में शामिल किया जाएगा. पार्टी का मत है कि बाढ़ से सबसे ज़्यादा चपेट में आने वाले इलाकों में छोटे छोटे चेक डैम बनाकर इसपर काफ़ी हद तक क़ाबू पाया जा सकता है. इसके लिए ज़्यादा पैसों के निवेश की भी आवश्यकता नहीं होगी. ड्राफ्टिंग टीम के सदस्य सौरभ पांडे ने एबीपी न्यूज़ से कहा, "पार्टी ने ऐसा रोडमैप बनाया है, जिससे बिहार की खोई अस्मिता को विकास के रास्ते पर वापस लाया जा सके और पार्टी को भी एक दिशा मिले. पार्टी लोगों के सामने बिहार को लेकर अपना विजन लोगों के सामने रखना चाहती है."


नीतीश कुमार से तनातनी है बरक़रार
बिहार की सभी पार्टियों में लोजपा सबसे पहले अपना घोषणा पत्र पेश कर सकती है. हालांकि पार्टी का मत रहा है कि एनडीए के भीतर चुनाव से पहले एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार किया जाए और उसी के आधार पर गठबंधन चुनाव मैदान में उतरे. उधर बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष चिराग पासवान के बीच चल रही तनातनी में कोई भी कमी आने के संकेत नहीं मिले हैं. हालांकि बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव से चिराग पासवान की मुलाक़ात के बाद दोनों पक्षों की ओर से वार पलटवार में थोड़ी नरमी ज़रूर आई है.


ये भी पढ़ें:

विजय दिवसः पाकिस्तान की तरह LAC पर धोखाधड़ी की कोशिश कर रहा चीन, लेकिन दोनों दुश्मनों से भिड़ने को तैयार सेना 

क्या कांग्रेस में पीढ़ी के टकराव के कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट ने की बगावत?