पटना: 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है. अलग-अलग पार्टियों ने अपनी ओर से तैयारी भी शुरू कर दी है. यह चुनाव बिहार के लिए भी इस बार बेहद खास है क्योंकि सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) चर्चा में हैं. विपक्ष का चेहरा कौन होगा इसको लेकर अभी कुछ तय नहीं है लेकिन नीतीश कुमार विपक्षी एकता को एकजुट करने में बीते कई महीने से लग चुके हैं. एक सर्वे में जो नतीजा आया है वह बेहद चौंकाने वाला है. देश में मोदी की सरकार तो बनती दिख रही है लेकिन बिहार में बीजेपी को नुकसान दिख रहा है.
सबसे पहले यह जान लें कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. 2019 की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी को यहां से 17 सीटों पर जीत मिली थी. नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 16 और एलजेपी को छह सीट आई थी. कांग्रेस ने एक सीट पर जीत हासिल की थी. इस बार नीतीश कुमार एनडीए के साथ नहीं हैं. अब वो यूपीए के साथ हैं. इंडिया टुडे के मूड ऑफ नेशन सर्वे में यूपीए को बढ़त मिलती दिख रही है. वहीं बीजेपी के लिए खतरे की घंटी बजी है.
किन राज्यों में UPA को कितनी सीटें
कर्नाटक में 17 सीटें मिलने का अनुमान है.
महाराष्ट्र में 34 सीटें मिलने का अनुमान है.
बिहार में 25 सीटें मिलने का अनुमान है.
बिहार में यूपीए को कितना फायदा?
सर्वे के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो 2024 के लोकसभा चुनाव में यूपीए को कर्नाटक में 43 फीसद और महाराष्ट्र में 48 प्रतिशत वोट हासिल करने का अनुमान लगाया गया. वहीं बिहार बिहार में 47 फीसद वोट हासिल करने का अनुमान लगाया गया. अगर सर्वे का आंकड़ा सही गया तो बिहार में चाचा-भतीजा (तेजस्वी-नीतीश) की बल्ले-बल्ले होगी वहीं बीजेपी के लिए यह खतरा होगा.
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