Lok Sabha Election 2024: CM नीतीश की विपक्षी मुहिम के कई अनसुलझे 'पेंच' को प्रशांत किशोर ने गिनाया, लालू का भी लिया नाम
Prashant Kishor News: प्रशांत किशोर बीते साल दो अक्टूबर से बिहार के विभिन्न जिलों में जन सुराज पदयात्रा पर निकले हुए हैं. वहीं, इस दौरान सभी पार्टियों पर जमकर हमला बोल रहे हैं.
पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) केंद्र से लेकर बिहार की राजनीति को लेकर लगातार तीखे हमले कर रहें हैं. वहीं, उन्होंने गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार की विपक्षी बैठक पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को बिहार की चिंता करनी चाहिए. नीतीश कुमार का खुद का ठिकाना नहीं है, आज आरजेडी (RJD) पार्टी के बिहार में जीरो एमपी हैं वो पार्टी देश में प्रधानमंत्री तय कर रही है, जिस पार्टी का खुद का ठिकाना नहीं है वो देश की दूसरी पार्टियों को इकट्ठा कर रही है. प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार से ये पूछना चाहिए कि क्या ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) कांग्रेस (Congress) के साथ काम करने को तैयार है? क्या नीतीश कुमार और लालू टीएमसी को बिहार में एक भी सीट देने को तैयार हैं? आज क्या नीतीश कुमार हमसे ज्यादा ममता बनर्जी को जानते हैं? पश्चिम बंगाल में नीतीश कुमार को पूछता कौन है?
सीएम नीतीश को लेकर दिया बयान
प्रशांत किशोर ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में लगे हुए हैं. इस सिलसिले में इस महीने की 12 तारीख को विपक्ष के बड़े नेताओं की पटना में बैठक होगी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी का भी इसको लेकर बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने पटना में आयोजित होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस को भी न्योता दिया है, जिसे पार्टी ने स्वीकार कर लिया है.
नीतीश कुमार लंगड़ी सरकार चला रहे हैं- प्रशांत किशोर
चुनावी रणनीतिकार कई बार कह चुके हैं कि आज नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं? इस पर ज्यादा बोलने का कोई मतलब नहीं है. आज से पांच साल पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू वो इसी भूमिका में थे, जिस भूमिका में आज नीतीश कुमार आने का प्रयास कर रहे हैं. नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू उस समय बहुमत की सरकार चल रहे थे, जबकि नीतीश कुमार तो 42 विधायक के साथ आज लंगड़ी सरकार चला रहे हैं. चंद्रबाबू नायडू उस दौर में पूरे देश का दौरा करके विपक्ष को एकजुट कर रहे थे. इसका नतीजा ये हुआ कि आंध्र प्रदेश में उनके सांसद घटकर तीन हो गए, सिर्फ 23 विधायक जीते और वह प्रदेश की सत्ता से ही बाहर हो गए.
'किसी पर भरोसा मत कीजिए'
प्रशांत किशोर ने कहा कि आप मेरी बातों को लिखकर रख लीजिए. नीतीश कुमार का भी वही हाल होगा जो चंद्रबाबू नायडू का हुआ था. अगले चुनाव में मोदी, लालू, नीतीश, कांग्रेस में से किसी पर भरोसा मत कीजिए. मैं बिहार की जनता से गुजारिश करता हूं कि आप इन पार्टियों के चक्कर में न पड़ कर अपनी सरकार यानी कि जनता का सरकार बनाइए, तभी जाकर आपका विकास होगा. बता दें कि बीते साल दो अक्टूबर से बिहार के विभिन्न जिलों में जन सुराज पदयात्रा पर प्रशांत किशोर निकले हुए हैं. अभी समस्तीपुर में स्वास्थ्य कारणों से उनकी पदयात्रा स्थगित है.
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