मुजफ्फरपुर: बिहार में अब 2024 के लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है. बयानबाजी जारी है तो वहीं बयानों पर प्रतिक्रिया भी आ रही है. मंगलवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बयान पर कि 2024 में पूर्ण बहुमत मिलेगी इस पर कहा कि सबको बोलने का अधिकार है. वह काम करने वाले व्यक्ति हैं. जनता के लिए काम कर रहे हैं. वह सभी के हित में काम करने के लिए, विकास और उत्थान के लिए काम कर रहा हैं.


आगे जेडीयू के पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी के इस बयान पर कि सेना में मुसलमानों को 30 फीसद आरक्षण मिले इस पर नीतीश ने कहा कि वे जाने के बाद इसको लेकर बात करेंगे. दरअसल, समाधान यात्रा के तहत मंगलवार को नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अपनी यात्रा के उद्देश्य की चर्चा की. साथ ही कई मुद्दों पर उन्होंने राजनीतिक बयान देने से मना किया.


समाहरणालय में बैठ कर समस्याओं पर की चर्चा


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शेरपुर स्थित पंचायत भवन में सरकारी योजनाओं का जायजा लिया. वहीं मुजफ्फरपुर समाहरणालय में अन्य अधिकारियों के साथ बैठकर यहां की समस्याओं पर चर्चा की. सीएम नीतीश कुमार इस दौरान करीब 45 मिनट तक बैठे. उन्होंने विभिन्न विषयों पर अधिकारियों से जानकारी ली. इसके बाद बाहर आ कर उन्होंने पत्रकारों के साथ भी बातचीत की.


इसी दौरान पत्रकारों ने जेडीयू के पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी और बीजेपी के दावे पर सीएम से सवाल पूछ दिया जिस पर नीतीश कुमार ने टिप्पणी की. नीतीश कुमार ने सीधा हमला या पलटवार नहीं किया. उन्होंने अपने काम की चर्चा करते हुए जवाब दे दिया. बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में इन दिनों बयानों का सिलसिला भी शुरू हो गया है जिससे सियासत गर्म है.


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