Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी के 'त्रिदेव' संभालेंगे बिहार में मोर्चा, 'VSS' के 'मास्टरस्ट्रोक' से लगने वाला है 'झटका'!
Lok Sabha Elections: बिहार में लोकसभा की 40 सीट है. बीजेपी की तैयारी है कि कैसे 40 में अधिक से अधिक सीट वो जीत ले जाए. इसको लेकर अभी से ही पार्टी प्लान बनाती दिख रही है.
पटना: 2024 में लोकसभा और 2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव होना है. इन दोनों चुनाव से पहले बीजेपी अपना प्लान बनाने में जुट गई है. यह जमीन पर दिख भी रहा है. बिहार में बीजेपी ने अपने मिशन को पूरा करने के लिए 'त्रिदेव' को खड़ा कर दिया है. पहले विनोद तावड़े, फिर सम्राट चौधरी और अब सुनील ओझा. संगठन की रणनीति को धार देने के लिए ये 'त्रिदेव' अपने मास्टरस्ट्रोक से विपक्ष को झटका देने की तैयारी में जुट गए हैं. बिहार में जो बीजेपी ने जो नई टीम बनाई है इसे सियासी गलियारे में 'त्रिदेव' कहा जा रहा है.
बिहार में वीएसएस (विनोद तावड़े, सम्राट चौधरी, सुनील ओझा) का फॉर्मूला तैयार हो गया है. इनके कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी दे दी गई है. 2024 के रण में कैसे विजयी होना है इसके लिए तीनों मिलकर जुट गए हैं. विनोद तावड़े कुछ महीने पहले ही पार्टी के प्रभारी बनाए गए हैं. उनके साथ हरीश दुबे सह प्रभारी थे. सम्राट चौधरी को भी हाल ही में बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. अब सुनील ओझा का नाम जुड़ गया है. सुनील ओझा को सह प्रभारी बनाया गया है.
किस प्लान के तहत सुनील ओझा को मिली जिम्मेदारी?
सुनील ओझा गुजरात के रहने वाले हैं. सुनील ओझा की संगठन में पकड़ पर महारथ हासिल है. बिहार की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सुनील ओझा जैसे व्यक्ति को बिहार भेजा गया है. पिछली बार बीजेपी को सहयोगियों के साथ 40 लोकसभा सीट में से 39 सीट मिल गई थी. ऐसे में इस बार चुनौती होगी कि अब नीतीश कुमार से अलग होने के बाद इस बार कैसा प्लान बनाया जाए ताकि रिकॉर्ड बनाया जा सके. अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल हो.
कौन है सुनील ओझा?
सुनील ओझा को प्रधानमंत्री का करीबी भी कहा जाता है. पीएम मोदी जब बनारस से चुनाव मैदान में थे तो सुनील ओझा को यूपी में बीजेपी का सह प्रभारी बनाया था. बीजेपी की बड़ी जीत के पीछे सुनील ओझा की बड़ी भूमिका मानी जाती है. ऐसे में पार्टी ने बिहार का सह प्रभारी बनाकर एक बार फिर जीत की तैयारी में जुटती दिख रही है.
सुनील ओझा को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार बीजेपी का सह प्रभारी नियुक्त किया है. उनकी यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से की गई है. फिलहाल वे यूपी में बीजेपी के सह प्रभारी थे. नियुक्ति का आदेश पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह ख्यालय प्रभारी अरुण सिंह की ओर से की गई है.
आरजेडी के नेता इसे कैसे देख रहे हैं?
आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यकाल का 10 साल पूरा होने जा रहा है. नीरव मोदी, मेहुल चौकसी जैसे लोग देश की अर्थव्यवस्था को लूट कर चले गए. प्रधानमंत्री चुपचाप देश को लुटवा रहे हैं. मुरेठा बांधने से कोई पहलवान नहीं हो जाता है. यहां कोई ओझा-बोझा से फर्क नहीं पड़ने वाला है. शेर की खाल ओढ़ लेने से कोई शेर नहीं हो जाता है. सम्राट चौधरी को तो इसलिए प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है कि वह उपेंद्र कुशवाहा को डेमोरलाइज कर सकें. बिहार की जनता जानती है. इनके आने से कुछ नहीं होगा. बीजेपी के अंदर विरोध है. नेता परेशानी में हैं.