पटना: लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) आने वाले लोकसभा चुनाव में छह सीटों से कम में मानने वाले नहीं हैं. सोमवार (7 अगस्त) को पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह साफ कर दिया. इतना ही नहीं बल्कि यह भी बता दिया कि किन सीटों पर वह लड़ना चाहते हैं. इस दौरान मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की सदस्यता बहाल होने को लेकर कहा कि यह राजनीतिक विषय रहा ही नहीं, यह एक न्यायिक विषय है.
हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने पर चिराग ने कहा कि कौन कहां से लड़ता है यह समय आने पर तय होगा. संसदीय बोर्ड तय करेगा. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) लोकसभा की जिन छह सीटों पर चुनाव लड़ी थी वह तमाम छह सीटों से हम लोग फिर लड़ेंगे. इसमें हाजीपुर भी है और जमुई भी है. चिराग ने कहा कि जमुई से हमारा रिश्ता पिछले 8-9 सालों से रहा है और हाजीपुर से हमारा रिश्ता बचपन से रहा है. एक जगह जहां मैं पुत्र की भूमिका में हूं तो दूसरी जगह अपनी लोकसभा की जनता का भी ख्याल रखना है.
मैं चाहता हूं कि मां लड़ें चुनाव- बोले चिराग
चिराग पासवान ने कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरी मां हाजीपुर से चुनाव लड़ें, मेरे पिता चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें, लेकिन उन्होंने इस चीज को लेकर अभी तक सहमति नहीं दी है. सार्वजनिक जीवन से वह अपने आप को दूर रखती हैं और रखना चाहती हैं. ऐसे में हम लोग उनकी भावना का भी सम्मान रखते हैं. हाजीपुर सीट से समझौते पर उन्होंने कहा कि समझौते की परिस्थिति की चर्चा ही क्यों? किस बात का समझौता? जैसा मैंने कहा यह सब गठबंधन के भीतर होने वाली चर्चाएं हैं.
सीटों के बंटवारे पर कहा कि बहुत आराम से इन तमाम बातों पर चर्चा भी हो जाएगी और निष्कर्ष भी निकल जाएगा. जमुई कोई नहीं त्याग रहा. जमुई हमारे पास ही है. आज के समय में मैं जमुई से सांसद हूं लेकिन हाजीपुर में मेरी भूमिका उतनी ही सक्रिय है उतना ही मैं हाजीपुर भी जाता हूं. उतना ही बिहार के सभी जिलों में जाता हूं. 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' की बात करता हूं. मैं 13 करोड़ लोगों को विकसित राज्य देने की बात करता हूं.
मणिपुर पर चिराग पासवान ने क्या कहा?
मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर किए गए सवाल पर चिराग ने कहा कि चर्चा पहले ही हो जाती है अगर विपक्ष अपनी जिद पर नहीं अड़ा रहता. सरकार से जो भी जवाब की अपेक्षा विपक्ष रखता है या सहयोगी दल, तमाम जवाब 10 तारीख को प्रधानमंत्री देंगे.