गया: पंजाब के लुधियाना में रविवार (30 अप्रैल) को गैस लीक की घटना में बिहार के सात लोगों की मौत हो गई थी. इसमें गया के एक ही परिवार के पांच लोग शामिल थे. लुधियाना में हुई घटना में डॉक्टर कविलास यादव सहित उनका परिवार एक पल में खत्म हो गया. लुधियाना प्रशासन द्वारा सोमवार (1 मई) की देर रात सभी शवों को लाया गया. एक ही चिता पर सबका अंतिम संस्कार किया गया. यह देखकर पूरा गांव रो पड़ा.


गया के धनु बिगहा गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की जब अर्थी सजाई गई तो इस गमगीन माहौल को देखकर सबकी आंखें नम हो गईं. कोई परिजनों को ढांढस बंधाने में जुटा रहा तो कोई अर्थी की तैयारी करता दिखा. मरने वालों में 40 वर्षीय कविलास यादव के साथ उनकी पत्नी वर्षा (35 साल), 16 साल की बेटी कल्पना, 13 साल का बेटा अभय नारायण और 10 साल का बेटा आर्यन शामिल है. कविलास यादव पेशे से डॉक्टर थे. 20 वर्षों से लुधियाना में रह रहे थे. इसी साल पिछले महीने में पूरा परिवार घर आया था.


जिला प्रशासन की देखरेख में हुआ दाह संस्कार


बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा मृतक के परिजनों को 2–2 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने की घोषणा की गई थी. इसके तहत गया जिला प्रशासन की ओर से मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये का चेक दिया गया. जिला प्रशासन की देखरेख में ही दाह संस्कार किया गया. इस मौके पर औरंगाबाद सांसद सुशील सिंह, एमएलसी रिंकू यादव, टिकारी विधायक अभय कुशवाहा भी पहुंचे थे.


लुधियाना में हुई घटना में बिहार के सात लोगों की मौत हुई थी. दो लोग बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले थे. दोनों पति पत्नी थे. घर में शादी थी और वे बिहार लौटने की तैयारी में थे लेकिन इसी बीच हादसा हो गया. पंजाब के ग्यासपुर इलाके में रह रहे थे.


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