अहमदाबाद जेल में दर्ज हुआ माफिया अतीक का बयान, ट्रायल में वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराई जाएगी पेशी
माफिया अतीक अहमद को जल्द से जल्द सजा हो, इसके लिये यूपी सरकार हर स्तर पर कार्रवाई के प्रयास में जुटी है. इसके लिये अतीक का बयान भी दर्ज किया गया है. अब वीडियो कांफ्रेंसिंग से जरिये अतीक पेशी की जा सकती है.
प्रयागराज. माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अतीक और उसके करीबियों की सम्पत्तियों पर सरकारी बुलडोज़र चलाकर उन्हें ज़मींदोज़ किये जाने के बाद योगी सरकार ने अब अतीक के खिलाफ दर्ज मुकदमों की विवेचना जल्द से जल्द पूरी कर इनका ट्रायल शुरू कराने की कवायद शुरू कर दी है. बाहुबली के गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद होने की वजह से उसके खिलाफ दर्ज चौदह मुकदमों की विवेचना लंबे अरसे से लटकी हुई थी. सरकार के निर्देश पर प्रयागराज पुलिस की एक स्पेशल टीम ने कोर्ट से अनुमति लेकर अहमदाबाद जेल जाकर अतीक का बयान दर्ज कर लिया है. हालांकि कोर्ट ने चौदह में से सिर्फ तेरह मामलों में ही जेल में बयान लेने की अनुमति दी थी, इसलिए एक मुक़दमे की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी है.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होगी पेशी
प्रयागराज रेंज के आईजी पुलिस कवीन्द्र प्रताप सिंह के मुताबिक़ अतीक का बयान दर्ज नहीं होने की वजह से इन तेरह मुकदमों की विवेचना लम्बे समय से अटकी हुई थी. बयान दर्ज होने के बाद पुलिस अब चार्जशीट तैयार कर उसे कोर्ट में पेश करेगी. उनके मुताबिक़ अभियोजन की मदद से इन मुकदमों का ट्रायल भी जल्द से जल्द शुरू और उसे पूरा कराया जाएगा. अतीक के दूसरे राज्य की जेल में होने की वजह से मुकदमों का ट्रायल लटकने न पाए, इसलिए बाहुबली की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये कराने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए सरकार और सुप्रीम कोर्ट पहले ही आदेश जारी कर चुके हैं.
13 मुकदमों में अतीक का बयान दर्ज
प्रयागराज पुलिस की टीम प्लेन के ज़रिये अहमदाबाद गई थी. वहां की जेल अथॉरिटी को कोर्ट का आदेश दिखाकर तेरह मुकदमों में अतीक का बयान दर्ज किया गया है. सूत्रों के मुताबिक़ अतीक ने पुलिस टीम को पूरा सहयोग दिया और हरेक मुक़दमे में अपना बयान दर्ज कराया. जिन तेरह मुकदमों में बयान दर्ज हुआ है, उनमे हत्या - हत्या के प्रयास और अपहरण समेत कई गंभीर धाराओं के हैं. बाहुबली अतीक को अभी किसी भी आपराधिक मामले में सज़ा नहीं हुई है. उसके खिलाफ अभी पचास से ज़्यादा मुक़दमे एक्टिव हैं. इनमे से चौदह में विवेचना पूरी नहीं हुई है, जबकि बाकी कोर्ट में पेंडिंग हैं और उनका ट्रायल पूरा नहीं हो सका है.
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