Bihar News: राष्ट्रीय जनता दल ( RJD) समेत इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) के घटक दलों के नेता आज (20 जुलाई) को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर पटना में मार्च कर रहे हैं. मार्च में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह, आरजेडी नेता भोला यादव, सीपीआई-एमएल नेता महबूब आलम, विधायक सत्यदेव राम मौजूद थे. इस मार्च में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) नजर नहीं आए जिसको लेकर आरजेडी नेताओं ने कहा कि वह नहीं हैं तो क्या हुआ, हमलोग और कार्य़कर्ता मौजूद हैं.


महागठबंधन के नेताओं का कहना है हम लोग तो जनता की आवाज उठा रहे हैं. कानून-व्यवस्था चरमरा गई है. आम आदमी घर से निकलने में डर रहा है. एक के बाद एक बड़ी अपराधिक घटनाएं हो रही हैं. नीतीश से गृह विभाग नहीं संभाल रहा. जिलाधिकारी को हम लोग अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे. माना जा रहा था कि इस मार्च में तेजस्वी भी होंगे लेकिन वह इसमें मौजूद नहीं थे. इस पर आरजेडी नेताओं ने कहा, ''तेजस्वी नहीं हैं तो क्या हुआ हम लोग हैं, कार्यकर्ता हैं.''


बैरिकेड से कार्यकर्ताओं को रोका गया
पटना में प्रतिरोध मार्च आरजेडी कार्यालय वीरचंद पटेल पथ‌ से निकला जो डाक बंगला चौराहा होते हुए जिला समाहरणालय हिंदी भवन तक पहुंचेगा. उधर, डाकबंगला चौराहा पर महागठबंधन नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोक दिया गया है. बैरिकेडिंग कर दी गई है. कुछ नेता जिलाधिकार को जाकर ज्ञापन सौंपेंगे.


नीतीश कुमार को कानून-व्यवस्था से नहीं मतलब- अखिलेश सिंह
प्रतिरोध मार्च के दौरान बिहार कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि राज्य में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. बिहार को बस चार-पांच अफ़सर चला रहे हैं. नीतीश के पास गृह विभाग है लेकिन उनको कोई मतलब नहीं. पुलिस, आम लोग और पत्रकारों की हत्या हो रही है. क़ानून व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए. अपराध पर लगाम लगाने के लिए ठोस नीति बिहार सरकार बनाए ताकि अपराधियों में डर पैदा हो.


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