लालू परिवार से कितनी मिलती-जुलती है ‘महारानी’? वेब सीरीज में पशुपालन मंत्री बने आशिक ने खोला ‘राज’
बिहार के इर्द-गिर्द घूमती है वेब सीरीज महारानी की कहानी, पटना के आशिक हुसैन बने हैं पशुपालन मंत्री.आशिक ने कहा- हुमा कुरैशी के साथ काम करके अच्छा लगा, वो जहां रहती थीं खुशी का माहौल रहता था.
पटनाः वेब सीरीज ‘महारानी’ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है. इस वेब सीरीज की कहानी बिहार के इर्द-गिर्द घूमती है. इस फिल्म में पशुपालन मंत्री का किरदार निभाने वाले और पटना के रहने वाले आशिक हुसैन से एबीपी न्यूज ने बातचीत की. इस दौरान आशिक हुसैन ने बताया कि आखिर क्यों इस वेब सीरीज की इतनी चर्चा हो रही है.
आशिक हुसैन ने कहा कि वे इस वेब सीरीज को एक साधारण काल्पनिक कहानी के नजरिए से देखते हैं. उन्होंने कहा कि जब भी हम एक नाटक करते हैं तो स्क्रिप्ट हमें पता रहता है, लेकिन फिल्म में जो हमारा सीन होता है उसी के बारे में हम जानते हैं. उन्होंने इस वेब सीरीज की चर्चा को लेकर कहा कि ये काल्पनिक कहानी है पर कुछ रिफ्रेंस लालू यादव के परिवार से मिल सकते हैं जिसे लोग जोड़कर देख रहे हैं.
‘लालू परिवार से कई घटनाएं हैं अलग’
फिल्म के राइटर के बारे में जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि शुभाष कपूर ने अपने राइटर्स के साथ मिलकर एक काल्पनिक कहानी ही लिखी है कि ये पृष्ठभूमि बिहार का है और 1990 के पीरियड का है, तो इसलिए भी उस दौर से लोग इसे जोड़कर देख रहे हैं, लेकिन घटनाक्रम की बात करें तो ज्यादातर घटनाएं भी अलग हैं.
राबड़ी देवी को लेकर किए गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि इस वेब सीरीज में ऐसा कुछ भी नहीं है कि जिससे लगे कि राबड़ी देवी की इमेज को चमकाने की कोशिश की गई है, क्योंकि मैं राबड़ी जी के शासनकाल में दिल्ली में था तो मैंने वो देखा नहीं है, लेकिन इस फिल्म में रानी भारती जो एक गांव की महिला हैं और वो किस परिस्थिति में मुख्यमंत्री बनती हैं और किस तरह से उसके अंदर बदलाव आते हैं, वो लक्षमणपुर की घटना से काफी प्रभावित होती हैं. वहां से सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ते चली जाती हैं और एक अच्छा मैसेज देना चाहती हैं. लोगों के जीवन में खुशहाली लाना चाहती हैं. रानी भारती की महारानी बनने की एक औरत की ये कथा है, उसे किसी से भी जोड़ सकते हैं.
‘फिल्म और वेब सीरिज में है काफी अंतर’
फिल्म अगर शॉर्ट स्टोरी है तो वेब सीरीज एक नॉवेल है. वेब सीरीज में किसी कहानी को लंबे समय तक खुलकर बताया जा सकता है. वेब सीरीज में कहानी को विस्तार रूप से दिखाते हैं जो फिल्मों में हमें नहीं मिलता क्योंकि फिल्म में टाइम लिमिट है और वेब सीरीज में पूरा मौका मिलता है. किसी भी कहानी को विस्तार रूप से बताने का और लोगों में इसको लेकर नशा ऐसा है कि जबतक खत्म नहीं होता लोग देखते रहते हैं. एक अभिनेता के लिए वेब सीरीज अच्छा है क्योंकि वो अपने चरित्र को विस्तार दे पाता है वो एक-एक सीन को अच्छे से उभार पाता पाता है. उसके पास समय की पाबंदी नहीं है.
‘बहुत सपोर्टिव एक्ट्रेस हैं हुमा कुरैशी’
बिहार में इस वेब सीरीज की चर्चा को लेकर आशिक हुसैन ने कहा कि यह बिहार ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में इसकी चर्चा हो रही है. उन्होंने हुमा कुरैशी के साथ काम करने की भी तारीफ की. कहा कि वो बहुत ही सपोर्टिव एक्ट्रेस हैं, वो इसमें मुख्य किरदार में हैं तो उनके साथ जितने भी को एक्टर हैं सभी के साथ काफी कंफर्टेबल रहीं, वो जहां रहती थीं एक खुशी का माहौल बनाकर रखती हैं.
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