Maharashtra Political Crisis: चिराग पासवान को याद आया अपनों का 'धोखा', महाराष्ट्र के CM उद्धव के लिए कही बड़ी बात
महाराष्ट्र के सियासी संकट पर चिराग पासवान को अपनो का धोखा याद आ गया. उन्होंने कहा कि सीएम उद्धव ठाकरे के साथ मेरी सहानुभूति है, लेकिन अब शिवसेना के अपने ही उनके साथ नहीं है.
पटना: एलजेपी रामविलास (LJP Ram Vilas) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (NDA Candidate Draupadi Murmu) का समर्थन करेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से फोन पर बात करने के बाद चिराग पासवान ने यह फैसला लिया है. इसे लेकर चिराग ने एक बड़ा खुलासा भी किया है. उन्होंने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि अगर द्रौपदी मुर्मू को विपक्ष ने अपना उम्मीदवार बनाया होता तो आज मैं असमंजस की स्थिति में होता. वहीं, महाराष्ट्र के सियासी संकट (Maharashtra Political Crisis) पर चिराग पासवान को अपनो का दिया धोखा याद आ गया. इस दौरान उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) के लिए एक संदेश भी दिया है.
चिराग पासवान ने कहा कि मैं परिस्थिति को समझता हूं. मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के साथ मेरी सहानुभूति है, लेकिन अब शिवसेना के अपने ही उनके साथ नहीं है. सालों से एक दल के साथ रहे लोग व्यक्तिगत महत्वकांक्षा के कारण ऐसा करते हैं. उन्होंने सियासी सौदेबाजी पर कहा कि एंटी डिफेक्शन (Antidefection) लॉ बना है, लेकिन इसे और भी मजबूत कानून बनाने की जरूरत है, ताकि पांच साल सरकार बचाने में न गुजर जाए, बल्कि काम पर ध्यान हो. बता दें कि एलजेपी के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद पार्टी में दो गुट हो गया. चिराग पासवान अकेले पड़ गए हैं, वहीं बाकी सांसद उनके चाचा पशुपति पारस के साथ चले गए हैं. उसके बाद पशुपति कुमार पारस को केंद्रीय कैबिनेट में भी शामिल कर लिया गया है. तब से चिराग अलग-थलग हैं.
द्रौपदी मुर्मू पर चिराग ने क्या कहा?
एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर चिराग ने कहा कि उनकी दावेदारी पेश की गई. एलजेपी ने शोषित वंचित को उठाने का काम किया. द्रौपदी मुर्मू एक क़ाबिल महिला रही हैं, संघर्ष किया. हम उनका समर्थन करते हैं. वहीं, इसपर जेडीयू की चुप्पी पर चिराग ने कहा कि मैं चाहूंगा कि नीतीश कुमार और उनकी पार्टी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करे, बाकी फैसला उनकी पार्टी का है. वहीं, द्रौपदी मुर्मू को अगर विपक्ष ने उम्मीदवार बनाया होता तो क्या इसका समर्थन करते? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्ष का समर्थन उस स्थिति में हम ज़रूर करते. द्रौपदी मुर्मू की जगह एनडीए ने किसी और को चेहरा बनाया होता तो आज मैं असमंजस में होता.
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अग्निपथ का विरोध क्यों?
इसपर जमुई के सासंद ने कहा कि हमने केंद्र की कई नीतियों का समर्थन किया है, पर सरकार में रहते हुए भी डिमॉनेटाइजेशन का विरोध किया था. अग्निपथ का भी विरोध कर रहा हूं. इसे लेकर मैंने राजनाथ सिंह से मिलने का वक्त मांगा है. वहीं, अग्निपथ योजना के विरोध में छात्रों द्वारा किए गए हिंसा का विरोध हमने किया है, पर उनका प्रदर्शन जायज है. छात्रों के भविष्य को लेकर अचानक से ऐसे फैसला नहीं लिया जा सकता है. बिहार में हिंसा के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. चिराग पासवान ने कहा कि मैं इस बहस में नहीं पड़ना चाहता कि एनडीए का हिस्सा हूं या नहीं, लेकिन अच्छा लगा जब राजनाथ सिंह जी ने कहा कि वो अभी भी एनडीए का हिस्सा मानते हैं.
राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की कैसे देखते हैं?
राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर चिराग ने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पर पराजित नहीं. इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि एजेंसी का दुरुपयोग सत्ता द्वारा पहले से किया जाता रहा है. जो संयम राहुल गांधी बरत रहे हैं वो काबिलेतारीफ है. उनकी मां सोनिया गांधी अस्पताल में हैं और वो घंटों ईडी के सामने रहते हैं.
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