पटना: चुनाव आयोग (Election Commission) ने सोमवार को लोक गायिका मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur) को बिहार का 'स्टेट आइकॉन' नियुक्त किया. भारतीय शास्त्रीय और लोक संगीत में प्रशिक्षित मैथिली ठाकुर को हाल ही में 2021 के लिए बिहार के लोक संगीत में उनके योगदान के लिए संगीत नाटक अकादमी के उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार के लिए चुना गया था.
मतदाताओं में जागरूकता पैदा करेंगी मैथिली ठाकुर
चुनाव आयोग द्वारा बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि लोक गायिका मैथिली ठाकुर को बिहार के 'स्टेट आइकॉन' के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को उसने मंजूरी दे दी है. बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गायिका मैथिली ठाकुर चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए मतदाताओं में जागरूकता पैदा करेंगी.
'हम चुनाव आयोग और बिहार सरकार के आभारी हैं'
गायिका के पिता रमेश ठाकुर ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, "हम चुनाव आयोग और बिहार सरकार के आभारी हैं. साथ ही यह पहचान उन्हें (मैथिली ठाकुर को) बिहार के लोक संगीत को महाद्वीपों में फैलाने और चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए और अधिक प्रोत्साहन देगी."
बिहार के मधुबनी जिले में जन्मीं मैथिली ठाकुर अपने दो भाइयों के साथ लोक, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत, हारमोनियम और तबला में अपने दादा और पिता द्वारा प्रशिक्षित की गई हैं. उन्होंने मैथिली, भोजपुरी और हिंदी में बिहार के पारंपरिक लोकगीतों का गायन किया है.
बता दें कि मैथिली ठाकुर इंडियन ऑइडल, सारेगामा सहित कई रिएलिटी शो में भाग ले चुकी हैं. यूट्यूब पर उनका चैनल है. उनके दोनों भाइयों का भी चैनल है. गाने-बजाने की तीनों की जोड़ी को लोग खूब पसंद करते हैं.
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