मुजफ्फरपुर शराब कांड में दोषी थानाध्यक्ष SSP ने किया निलंबित, सर्किल इंस्पेक्टर को किया लाइन हाजिर
चार लोगों की मौत के बाद एक अन्य व्यक्ति की भी मौत हो गई, जिसके बाद शनिवार को सभी मृतकों के परिजनों ने गांव के ही एक शराब माफिया पर शराब बनाने और पिलाने का आरोप लगाया.
मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र के दरगाह गांव में पांच लोगों की मौत मामले का खुलासा हो गया है. परिजनों ने खुद स्वीकार किया है कि सभी की मौत देशी शराब पीने की वजह से हुई है. परिजनों द्वारा इस बात को स्वीकार करने के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी है. वहीं, मृतकों के परिजन दहशत में हैं. फिलहाल इस मामले में कार्रवाई करते हुए एसएसपी ने कटरा थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है. वहीं, सर्किल इंस्पेक्टर को भी लाइन हाजिर कर दिया है.
इधर, इस मामले में बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत कुमार ने कहा कि इन सभी की मौत देशी शराब पीने की वजह से ही हुई है. साथ ही सबूतों को भी छुपाने के काम किया गया और लाश को जला दिया गया है. इस मामले में जो भी दोषी होंगे सभी पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, घटना के संबंध में मृतक के परिजनों ने बताया कि इस घटना में उनके बेटा-बहु और भतीजे की मौत हुई है.
उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय थाने की मिलीभगत से यहां शराब का कारोबार चल रहा था. वहीं, मौत वाले दिन भी लोगों ने देशी शराब पी थी, जिसके बाद उनलोगों की तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई थी. अन्य मृतकों की पत्नी ने भी ये बात स्वीकार की है कि गांव में ही बनने वाला शराब पीकर उनकी मौत हुई थी.
बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा तीन दिनों से घटना की जांच की जा रही थी, जिसके बाद आज मामले का खुलासा हुआ. इस मामले में एसएसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपार्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. उनकी मानें तो 18 फरवरी को ही चौकीदार के बयान पर मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल पुलिस द्वारा कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है.
गौरतलब है कि जिले के कटरा प्रखंड के दरगाह गांव में बीते 17 फरवरी को रामचन्द्र मांझी और उसकी पत्नी मंजू देवी की मौत हो गई थी. मौत की वजह पहले तो उनके परिजनों ने अस्थमा बताया और उनका अंतिम संस्कार कर दिया. वहीं, दूसरे दिन गांव के ही दो अन्य लोगों की मौत हो गई, जिनकी पहचान विनोद मांझी समेत और अजय मांझी के रूप में हुई. सभी एक ही महादलित परिवार के थे.
चार लोगों की मौत के बाद एक अन्य व्यक्ति की भी मौत हो गई, जिसके बाद शनिवार को सभी मृतकों के परिवार ने गांव के ही एक शराब माफिया पर शराब बनाने और पिलाने का आरोप लगाया. इधर, मामले के संज्ञान में आते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विनोद के शव को कब्जे में लेकर एसकेएमसीएच पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जिससे उसके मौत के कारणों का पता लग सके. घटना के बाद से एसएसपी जयंतकांत समेत पुलिस विभाग और उत्पाद विभाग की टीम द्वारा पूरे क्षेत्र में जांच अभियान शुरू किया गया है.
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