Makar Sankranti 2023: देश में तिलकुट के नाम पर बिहार का गया ही मशहूर क्यों? कई लोग आज भी नहीं जानते इसका कारण
Gaya News: बिहार में मकर संक्रांति का त्योहार 14 और 15 जनवरी को मनाया जा रहा. चूड़ा दही, तिलकुट और तिल का लड्डू खाकर लोग इस त्योहार को मनाते हैं. गया का तिलकुट काफी फेमस है.
गया: मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के अवसर पर चूड़ा दही के साथ तिल और तिल से बनी मिठाई खाने की परंपरा रही है. शहर का रमना रोड तिलकुट के लिए प्रसिद्ध है. तिलकुट भारत के कई राज्यों में बनता है, लेकिन गया के तिलकुट का स्वाद ही कुछ और है. तिलकुट के सोंधे और खस्ता होने के कारण देश के साथ-साथ विदेशी में भी ये प्रसिद्ध है. मकर संक्रांति को लेकर अभी रमना रोड, कोयरी बारी, टिकारी रोड सहित कई इलाकों में तिलकुट का कारोबार परवान पर है.
नवंबर से ही तिलकुट कारोबारी बनाते हैं इसे
मकर संक्रांति में तिलकुट की इतनी मांग होती है कि खपत पूरी करने के लिए नवंबर महीने से तिलकुट कारोबारी जुट जाते हैं. इस दौरान अभी करीब पांच हजार कारीगर तिलकुट निर्माण में लगे हैं. मकर संक्रांति के बाद तिलकुट कारोबार से जुड़े 5000 कारीगर वापस अपने दूसरे कार्यों में लग जाते हैं. चूंकि तिलकुट की जितनी मांग दिसंबर से लेकर फरवरी महीने तक होती उसके बाद नहीं होती है.
सिर्फ गया में हीं क्यों बनता लजीज तिलकुट
तिलकुट उत्पादन और विक्रेता संघ के अध्यक्ष लालजी प्रसाद गुप्ता ने बताया कि गया के तिलकुट की खासियत यह है कि वो काफी खस्ता होता है. यहां के जैसा पानी और जलवायु कहीं और नहीं मिलता इस कारण यहां का तिलकुट प्रसिद्ध है. हालांकि कई कारीगरों को दूसरे व्यवसायी लेकर अन्य प्रदेशों में गए हैं, लेकिन वहां यही कारीगर जाकर भी गया जैसा सोंधा और खस्ता तिलकुट नहीं बना सके हैं. इसका कारण है कि अभी गया जैसा जलवायु दूसरे अन्य प्रदेशों में नहीं मिल पाता है.
विदेशों में रिश्तेदारों को भेजे जाते तिलकुट
बताते हैं कि जिनके रिश्तेदार विदेशों में रहते हैं वे मकर संक्रांति पर तिलकुट को गिफ्ट के रूप में डाक विभाग के द्वारा पार्सल से भेजते हैं. जीआई टैग के लिए वर्ष 2019 से गया जी तिलकुट उद्योग संघर्ष कर रहा है. इसके बावजूद अभी जीआई टैग नहीं मिल सका है. अगर जीआई टैग मिला तो बिहार झारखंड व अन्य प्रदेशों में जो गया जी का तिलकुट बनाकर बिक्री की जाती है वह बंद हो जाएगी और गया के तिलकुट को एक राष्ट्रीय पहचान मिल सकेगी.
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