पटना: चुनावी सरगर्मी के बीच बिहार के बक्सर में दलित महिला से गैंगरेप और पीड़िता के पांच वर्षीय बेटे की हत्या के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है. जहां एक तरफ विपक्ष राज्य सरकार पर निशाना साध रही है, वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष अपना बचाव कर रही है. इसी क्रम में सत्ताधारी बीजेपी के नेता और राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने गैंगरेप मामले पर कहा है कि जो भी दोषी होंगे उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या यह उनकी नाकामी नहीं है, इसपर उन्होंने कुछ भी नहीं बोला. उन्होंने सिर्फ यही कहा कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे, उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


बता दें कि बक्सर जिले के मुरार थाने के ओझा बराव गांव में बैंक जा रही एक महिला को उसके बच्चे के साथ अगवा कर लिया गया और फिर गैंगरेप करने के बाद महिला और उसके बच्चे को नदी में बांध कर फेंक दिया गया था. नदी में डूबने से बच्चे की मौत हो गई, जबकि गैंगरेप पीड़िता को बचा लिया गया. आननफानन महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया.


परिजनों के मुताबिक जब महिला बैंक में पैसे जमा करके घर नहीं पहुंची तो घरवाले उसे खोजने निकले. परिजनों ने देखा कि नहर में महिला बेसुध पड़ी हुई थी और उसके बेटे की मौत हो चुकी थी. दोनों को एक साथ आरोपियों ने साड़ी से बांधकर नदी में फेंक दिया था. फिलहाल इस पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है. वहीं मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.


गौरतलब है कि बक्सर जिले में 28 अक्टूबर को वोटिंग है, जिसको लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. ऐसे समय में दलित महिला की गैंगरेप और उसके बेटे की हत्या प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है. ऐसे में विपक्ष इसी मुद्दे के बहाने सत्ता पक्ष को घेर रही है और जवाब मांग रही है.