पटना: मणिपुर में भड़की हिंसा के बाद मंगलवार (9 मई) को विशेष विमान से बिहार के छात्रों को पटना लाया गया. पटना एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने छात्रों को फूल दिया. इस दौरान कई छात्रों के परिजन उन्हें लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे. सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के निर्देश पर मणिपुर से छात्रों को लाने के लिए निर्देश दिया गया था. इसके बाद विशेष विमान से छात्रों को इम्फाल एयरपोर्ट लाया गया और फिर वहां से सभी पटना पहुंचे.


पटना लौटे छात्रों ने दर्द और आंखों देखा हाल सुनाया. सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली नेहा ने बताया कि हॉस्टल कैंपस के आसपास गोलियां चल रही थीं. हर समय बम फटने की आवाज आती थी. हर समय हम लोग डरे रहते थे. सभी राज्यों के छात्रों को वहां की सरकार पहले ही बुला चुकी है. सबसे आखिरी में हम बिहारी छात्र बिहार पहुंचे हैं. पुलिस सुरक्षा में बस से इम्फाल एयरपोर्ट पहुंचे थे. विशेष विमान से पटना पहुंचे हैं.



'करीब 300 बिहारी छात्र मणिपुर में हैं'


इसी यूनिवर्सिटी की एक छात्रा तन्नु कुमारी ने कहा कि हर समय गोली, बम की आवाज आती थी. घर, जंगल को जलाया जा रहा था. खाना नहीं मिल रहा था. बहुत डर लग रहा था. मानसिक रूप से परेशान थे. हम लोग पहले कभी ऐसे हालात नहीं देखे थे. करीब 300 बिहारी छात्र मणिपुर में हैं. बिहार सरकार बिहारी छात्रों को लेट से वापस ला रही है. पहले ही वापस लाना चाहिए था. तन्नु की मां ने कहा कि हमलोग बहुत चिंतित थे. खाना नहीं खा रहे थे. चाहती थी कि बेटी घर आ जाए. आज आ गई. बिहार सरकार को धन्यवाद देते हैं.


शादाब ने कहा कि सभी राज्य सरकारों ने अपने छात्रों को वापस पहले ही बुला लिया था. हम सब बिहारी छात्र ही फंसे थे. हम लोग लगातार ईमेल, ट्वीट मुख्यमंत्री कार्यालय में कर रहे थे. मीडिया दबाव बनाई तो दूसरे राज्यों को देखकर हम लोगों को भी लाया गया. अभी भी मणिपुर में हालात तनावपूर्ण हैं.


क्या है पूरा मामला?


बता दें मणिपुर में तीन मई को भड़की हिंसा के बाद जानमाल की बड़े पैमाने पर क्षति हुई है. अब भी 10 हजार लोग फंसे हुए हैं. 20 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंच दिया गया है. घटना में 60 निर्दोष लोगों ने जान गंवाई है. इस हिंसा में 225 लोग जख्मी हुए हैं और 1700 घरों को उपद्रवियों ने जला दिया है. लोगों को जरूरी सामान खरीदने के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई है.


मृतकों के परिवार के लिए 5-5 लाख रुपये, गंभीर चोट से घायल लोगों के लिए 2-2 लाख और कम गंभीर चोट के शिकार लोगों को 25 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. मणिपुर में मैतेई समुदाय और आदिवासियों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भड़की हिंसा पर काबू पाने के लिए भारतीय सेना और असम राइफल्स की 105 टुकड़ियों को तैनात किया गया है.


यह भी पढ़ें- The Kerala Story: बिहार में भी टैक्स फ्री होगी फिल्म 'द केरला स्टोरी'? गिरिराज सिंह ने यूपी की तरह यहां भी कर दी मांग