पटना: तमिलनाडु मामले में बिहार का यूट्यूबर मनीष कश्यप पूरी तरह से फंसा है. खास कर ट्विटर और सोशल मीडिया के जरिए कई ऐसे पोस्ट किए जा रहे जिस पर बिहार पुलिस पूरी तरह से तिलमिलाई हुई है. मनीष कश्यप पर वीडियो बनाने और वायरल करने वाले मामले को लेकर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं. बिहार पुलिस उनको पूछताछ के लिए तलब कर चुकी लेकिन वह नहीं पेश हुए हैं. अब सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की तस्वीरें और भ्रामक पोस्ट जारी हुए हैं जिस पर बिहार पुलिस ने एक्शन लिया है.


बिहार पुलिस ने खदेड़ा


बिहार पुलिस ने अपने ऑफिशियल अकाउंट से एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट किया है जिसमें मनीष कश्यप के नाम से एक दूसरी आईडी बनी है किसने बनाई पता नहीं, उससे एक ट्वीट पोस्ट हुआ है. उसमें कथित मनीष कश्यप ने अपनी गिरफ्तारी की तस्वीर के साथ एक पोस्ट लिखा है. उन्होंने लिखा है कि उनको खुशी है कि वो अपने बिहार वासियों के लिए जेल जा रहे. 11 मार्च को रात आठ बजे उनको गिरफ्तार कर लिया गया है. बिहार की जनता देख रही कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का क्या नतीजा होता है. वहीं बिहार पुलिस ने उस तस्वीर की पुष्टि करते हुए कहा है कि वो तस्वीर साल 2019 की है जब पटना में पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया था. इस पुरानी तस्वीर को पोस्ट करते हुए भ्रामक खबरें फैलाई रही हैं.



पहले से हैं कई मामले दर्ज


उधर, इसी ट्वीट की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए बिहार पुलिस ने लिखा है कि तमिलनाडु में बिहार के कामकाजी लोगों के लिए असत्य/भ्रामक वीडियो प्रसारित करने के प्रकरण में अभियुक्त मनीष कश्यप के द्वारा नए ट्विटर हैंडल पर अपनी गिरफ्तारी की फोटो पोस्ट की गई जो पूर्णतःअसत्य और भ्रामक है. इस भ्रामक पोस्ट के लिए पुनः प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. हालांकि ये कंफर्म नहीं है कि ये ट्वीट मनीष ने ही की है. बता दें कि शुक्रवार को ही बिहार पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया था कि मनीष पर पहले से सात मामले दर्ज हैं. वो एक आदतन अपराधी है. वहीं उसके साथ तीन अन्य लोगों को आरोपी बताया गया है. इस मामले में पुलिस ने अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी हुई है.