पटना: तमिलनाडु मामले में मनीष कश्यप समेत चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है. बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. इससे पहले यह जान लें कि मनीष कश्यप को पहले भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. उनके साथ उनके दो दोस्तों को भी गिरफ्तार किया गया था. मामला 2019 का है. जांच के लिए उस समय की एसएसपी गरिमा मलिक ने एसआईटी का गठन किया था. जानिए पूरा मामला.


दरअसल, पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले के मामले के बाद पटना के ल्हासा मार्केट में कश्मीरी कारोबारियों के साथ मारपीट की गई थी. इसी मामले में मनीष कश्यप समेत तीन लोगों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था. मनीष कश्यप बेतिया का नाम त्रिपुरारी तिवारी भी है. राजधानी के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तारी हुई थी. मनीष के साथ चंदन और नागेश सम्राट को गिरफ्तार किया गया था.


20 युवाओं ने की थी मारपीट


टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद कम से कम 20 युवाओं ने लाठी डंडों के साथ पटना के ल्हासा मार्केट में कश्मीरी दुकानदारों पर हमला बोल दिया था. साथ ही उन्हें वापस कश्मीर लौटने की धमकी दी. पुलिस ने मनीष कश्यप को उनके तीन साथियों के साथ पटना के अलग-अलग लोकेशन से पकड़ा था. हालांकि सीजेएम अदालत ने इन्हें जमानत देकर रिहा कर दिया था.


केस दर्ज होने के बाद तेजस्वी पर भड़के मनीष कश्यप


तमिलनाडु मामले में फेक वीडियो को लेकर बिहार पुलिस ने केस दर्ज किया है. बता दें कि केस दर्ज होने के बाद मनीष कश्यप ने वीडियो बनाया और अपनी बात कही. तेजस्वी यादव पर भड़के. कहा कि उन्होंने कोई हत्या नहीं की है. वही गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं. चेतावनी दी कि तेजस्वी यादव 2025 में सीएम बनने का सपना भूल जाइए. वहीं दूसरी ओर ट्विटर पर मनीष कश्यप के समर्थन में लोग ट्वीट भी कर रहे हैं. 


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