पटना: देश भर में कोरोना (Coronavirus) की तीसरी लहर का कहर जारी है. वायरस का नया वेरिएंट ऑमिकोन (Omicron) बड़ी तेजी से फैल रहा है. स्थिति ये है कि रोजाना हजारों नए कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं. बिहार में संक्रमितों का आंकड़ा 3697 पहुंचा गया है. बुधवार को पटना में 1000 से भी अधिक नए कोरोना मरीज मिले, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया. इधर, राज्य में जारी कोरोना के कहर के बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से बड़ी मांग की है.


मांझी ने ट्वीट कर कही ये बात 


मांझी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा,  " कोरोना में डॉक्टर व नर्सिंग स्टॉफ की भूमिका की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है. कोरोना होने पर अपने जब साथ छोड देतें हैं तो यही चिकित्सक और नर्सिंग स्टॉफ हमारे अपनों से बढ़कर हमारी सेवा करतें हैं. सरकार कोरोना से मृत डॉक्टर/नर्सिंग स्टॉफ को शहीद का दर्जा दे यही उनका सम्मान होगा." 


 






Janta Darbar: नहीं सजेगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार, समाज सुधार अभियान भी स्थगित


पहले भी की थी ये मांग


गौरतलब है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में बिहार के कई डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हो गई थी. एक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र था कि कोरोना के कारण बिहार में ही सबसे अधिक डॉक्टरों की मृत्यु हुई है. इधर, स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों की सुरक्षा को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से हर तरह की व्यवस्था की गई है. साथ ही उनके निधन पर मुआवजे का भी प्रावधान है. हालांकि, अभ मांझी ने उन्हें (हेल्थवर्कर) शहीद का दर्जा देने की मांग की है. ऐसे में देखना है कि मुख्यमंत्री इस संबंध में क्या निर्णय लेते हैं. बता दें कि इससे पहले मांझी की पार्टी ने सरकार से राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाने की मांग की थी. 


यह भी पढ़ें -


Winter In Bihar: बिहार में सर्दी का सितम, जहानाबाद में ठंड के कारण शख्स की मौत, जनजीवन अस्त-व्यस्त


CM नीतीश के पिता की प्रतिमा स्थल पर हर साल होगा राजकीय समारोह, कैबिनेट बैठक में लिया गया फैसला