पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की अध्यक्षता में बुधवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की वर्चुअल बैठक संपन्न हुई. इस दौरान मांझी ने सभी सदस्यों की बातें सुनीं और फिर कहा कि जिस तरह से पार्टी के लोगों ने इतने लंबे समय तक चली मीटिंग में अपने विचारों को रखा, यह निश्चित तौर पर संगठन को मजबूत करने वाली है.
गरीबों से जुड़े मांगों को उठा सकते हैं
बैठक में मांझी ने कहा कि हम एनडीए के साथ हैं और आगे भी रहेंगे. हम सरकार में रहकर भी सकारात्मक सोच के साथ दलित और गरीबों के मुद्दे को लेकर निवेदन पूर्वक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष हर उस मांग को जो गरीबों से जुड़ा हो उसे उठाते रहेंगे.
मांझी ने कहा कि आज देश भर में कोरोना वैक्सीनेशन हो रहा है, जिसमें दलित और गरीब परिवार के लोग पीछे हैं. ऐसे में उन्हें जागरूक करना होगा क्योंकि इस महामारी से टीका ही हमें बचा सकता है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को दलित और गरीब बस्तियों में जाकर लोगों को टीका लगाने को लेकर जागरूक करने को कहा. उन्होंने दलित बस्तियों में सैनिटाइजेशन और डॉक्टरी जांच की व्यवस्था पर भी जोर देने की बातों को दोहराया है.
मुख्यमंत्री से आग्रह किया जाएगा
बैठक के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी मांग है कि वृद्धा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये किया जाए और 20 से 40 वर्ष की आयु के पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं को 5000 बेरोजगारी भत्ता दिया जाए. इसके लिए भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया जाएगा.
मांझी ने कहा, " राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के माध्यम से यह कहना चाहता हूं कि हमने अपने मुख्यमंत्री काल में जो भी जन कल्याणकारी कार्य किए और जो भी 34 निर्णय लिए हैं, उन निर्णयों को जन-जन तक पहुंचाना पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का दायित्व है क्योंकि सारे निर्णय दलित और गरीब परिवार के हित में लिए गए निर्णय थे."
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