Manmohan Singh: जब एक निवेदन पर बिहार आ गए थे मनमोहन सिंह, अब उनके निधन पर क्या बोले लालू यादव?
Manmohan Singh Death: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मनमोहन सिंह का प्रचुर स्नेह उन्हें मिलता रहा. ऐसे विनम्र विशाल व्यक्ति के साथ काम करना उनका सौभाग्य था.
Manmohan Singh Died: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार (26 दिसंबर, 2024) की देर रात निधन हो गया. उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही थी जिसके बाद रात में करीब 8 बजे दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. उनके निधन के बाद से देश भर में शोक की लहर है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने भी दुख जताया है. इसके साथ ही उन्होंने मनमोहन सिंह के साथ पुराने दिन को यादव करते हुए कुछ तस्वीरें एक्स पर शेयर की हैं. कैसे एक निवेदन पर मनमोहन सिंह बिहार आए थे इसका उन्होंने अपने पोस्ट में जिक्र किया है.
'विनम्र विशाल व्यक्ति के साथ काम करना मेरा सौभाग्य'
लालू प्रसाद यादव ने एक्स पर लिखा, "आदरणीय पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का दुखद समाचार सुना. सरदार मनमोहन सिंह जी ईमानदारी, सादगी, सज्जनता, सरलता, विनम्रता, बुद्धिमत्ता व दूरदर्शिता की प्रतिमूर्ति थे. आर्थिक उदारीकरण के शिल्पकार सरदार मनमोहन सिंह ने आधुनिक व स्वावलंबी भारत की नींव रखी. उनका जाना एक व्यक्तिगत क्षति है. उनका प्रचुर स्नेह मुझे मिलता रहा. ऐसे विनम्र विशाल व्यक्ति के साथ काम करना मेरा सौभाग्य था."
…और बिहार को मिला था 1 लाख 44 हजार करोड़
लालू ने आगे कहा, "2004 से 2014 के बीच उन्होंने बिहार और भारत को बेहतरीन एवं फलदायक वर्ष अथवा यूं कहे कि स्वर्णिम दशक दिया. यूपीए गठबंधन में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी राजद के नेता तथा कैबिनेट सहयोगी रेल मंत्री के रूप में हमारी सकारात्मक पहल एवं आग्रह पर उन्होंने 2004 से 2009 के बीच बिहार को विकास कार्यों के लिए एक लाख 44 हजार करोड़ की धनराशि एवं परियोजनाएं दी. कोसी विभीषिका के समय हमारे निवेदन पर तुरंत बिहार चले आए तथा हजारों करोड़ की आर्थिक सहायता, राहत सामग्री एवं राशि प्रदान की.
आदरणीय पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का दुखद समाचार सुना। सरदार मनमोहन सिंह जी ईमानदारी, सादगी, सज्जनता, सरलता, विनम्रता, बुद्धिमत्ता व दूरदर्शिता की प्रतिमूर्ति थे। आर्थिक उदारीकरण के शिल्पकार सरदार मनमोहन सिंह ने आधुनिक व स्वावलंबी भारत की नींव रखी।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 26, 2024
उनका जाना एक… pic.twitter.com/CuDwRq6XXJ
शोक संवेदना व्यक्ति करते हुए लालू ने अंत में लिखा, "उनके स्वर्गवास उपरांत 2004 से 2014 के स्वर्णिम दशक में उनकी छाप व उनकी सफलता एक रिकॉर्ड के रूप में स्वतः ही इतिहास में और अधिक जोर-शोर से प्रचारित होगी. उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करेगी. इस कठिन समय में उनके परिवार, प्रियजनों व प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक शोक संवेदना. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें."
यह भी पढ़ें- Manmohan Singh Death: 'देश आपका दीवाना रहेगा सर...', तेजस्वी यादव ने दी डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि