नवादा: शहीद जवान चंदन (Martyr Jawan Chandan) का पार्थिव शरीर आज (25 दिसंबर) उनके गांव नारो मुरार दोपहर 3 बजे तक पहुंचेगा. जम्मू कश्मीर से सेना के विशेष विमान से पार्थिव शरीर को गया एयरपोर्ट लाया जा रहा है. वहां श्रद्धांजलि दी जाएगी. वहां से सड़क मार्ग से पार्थिव शरीर नवादा लाया जाएगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ शाम 5 बजे अंतिम संस्कार होगा. वहीं, पिता मौलेश्वर सिंह व भाई अभिनंदन बिहार सरकार पर गुस्से में दिखे. भाई व पिता रो बिलख रहे थे. बता दें कि जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में चंदन शहीद हुए थे.
परिजनों ने नीतीश सरकार पर लगाया अनदेखी का आरोप
चंदन के पिता और भाई ने कहा कि बिहार सरकार मदद नहीं कर रही है न कोई बयान सरकार की तरफ से जारी किया गया. सरकार की तरफ से कोई हम लोगों से कोई मिलने नहीं आया. बिहार सरकार 50 लाख मुआवजा हम लोगों को दे. पिता ने कहा कि हम लोगों को जम्मू कश्मीर बुलाया जा रहा था और कहा गया था कि अंतिम संस्कार यही कर दिया जाए, लेकिन हम लोग मना कर दिए यह कहते हुए कि पार्थिव शरीर यहां गांव भेजिए.
'हम अपने दोनों बेटों को सेना में भेजेंगे'
पिता ने कहा कि जिन लोगों ने घटना को अंजाम दिया उनको मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए. हम अपने दोनों बेटों को देश की रक्षा करने के लिए सेना में भेजेंगे. चंदन को बचपन से ही सेना में जाने का मन था. देश सेवा करना चाहता था. देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गया. आगे उन्होंने कहा कि देखिए मेरा कच्चा मकान है वह भी आधा अधूरा. गरीब किसान हैं. चंदन एक हफ्ते पहले कहा था कि मार्च महीने में आएंगे पूरे घर को अच्छे से बनाएंगे, लेकिन शहीद हो गया. बिहार सरकार मेरी मदद करे. हम लोग बहुत गरीब हैं
चंदन ने ज्वाइन किया था 2017 में आर्मी
बता दें नवादा के वीर लाल चंदन कुमार जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए हैं. 26 वर्षीय चंदन चंदन 2017 में आर्मी में भर्ती हुए थे. वह करीब ढाई साल से जम्मू में पोस्टेड थे. चंदन गांव से ही शुरुआती पढ़ाई कर सेना में भर्ती हुए थे और 86 बटालियन इनफैंट्री में राइफल मैन के पद पर वे तैनात थे.
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