पटना: जम्मू संभाग के राजौरी जिला के उपजिला नौशहरा के कलाल सेक्टर में हुए विस्फोट में बेगूसराय जिला के निवासी लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन के शहीद होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी शहादत को देश हमेशा याद रखेगा. वे इस घटना से काफी दुखी हैं. मुख्यमंत्री ने वीर सपूत की शहादत पर उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की भगवान से प्रार्थना की है.
पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद लेफ्टिनेंट का राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. खबर है कि भारतीय वायु सेना की हेलीकॉप्टर से शहीद का पार्थिव शरीर बेगूसराय लाया जाएगा, जहां से उसे पैतृक गांव भेजा जाएगा. मालूम हो कि राजौरी जिले में शनिवार की शाम एलओसी से सटे चौकी के पास गश्ती दौरान जोरदार विस्फोट हुआ. इस विस्फोट की चपेट में आने से एक अधिकारी सहित सेना के दो जवान शहीद हो गए. इस बात की पुष्टि अधिकारियों ने की है. अधिकारियों की मानें तो रोज की तरह सेना की एक टुकड़ी सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की रोकथाम संबंधी उपायों का जायजा लेने के लिए गश्ती कर रही थी. उसी समय नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में धमाका हुआ, जिसमें बेगूसराय के रहने वाले लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन और एक जवान शहीद हो गए.
गंभीर रूप से घायल हो गए थे दोनों
अधिकारियों ने बताया कि धमाके में दोनों जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. ऐसे में उन्हें आनन फानन इलाज के लिए सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया. इधर, दिवाली से पहले बेटे के शहीद होने के बाद घर में कोहराम मच गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
परिवार का इकलौता पुत्र था ऋषि
बता दें कि राजीव रंजन सिंह और सरिता देवी के बेटे ऋषि बेगूसराय के पिपरा मोहल्ला के रहने वाले थे. उनका पूरा परिवार वहीं रहता है. ऋषि तीन भाई बहनों में दूसरे नंबर पर थे. महज एक महीने पहले ही उनकी पोस्टिंग हुई थी. शहीद लेफ्टिनेंट की बड़ी बहन भी सेना में मेजर के पद पर कार्यरत हैं. ऋषि परिवार का इकलौता पुत्र था.
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